विश्रामपुर. प्रखंड क्षेत्र की केतात कला पंचायत में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत एनएच 75 मुख्य पथ से केतात खुर्द तक पीसीसी सड़क का निर्माण एक करोड़ 18 लाख 73 हजार की लागत से हुआ था. सड़क निर्माण के दौरान व्यापक स्तर पर अनियमितता बरती गयी थी. जिस कारण यह सड़क छह माह में ही दरकने लगी. सड़क कई जगहों पर गड्ढों में तब्दील हो गयी है. इस संबंध में ग्रामीणों ने पलामू उपायुक्त शशिरंजन को आवेदन देकर संवेदक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. आवेदन में कहा गया है कि सड़क निर्माण कार्य में प्राक्कलन की अनदेखी की गयी. मानक के अनुसार कार्य नहीं किया गया. निर्माण कार्य में निम्न से निम्नतर सामग्री का इस्तेमाल किया गया. इसका सीधा असर सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर पड़ा. ग्रामीणों ने घटिया निर्माण का विरोध भी किया था. लेकिन संवेदक ने ग्रामीणों को सरकारी कार्य में बाधा डालने के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी. इसके बाद ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के पदाधिकारी व कनीय अभियंता को आवेदन देकर सारी स्थिति से अवगत कराया था और गुण्वत्तापूर्ण सड़क निर्माण कराने की मांग की थी. लेकिन विभाग के पदाधिकारी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. संवेदक ने मनमाने तरीके से काम किया, इसका नतीजा सामने है. ग्रामीणों ने डीसी से जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है. केतात कला ग्राम पंचायत निवासी युवा समाजसेवी नवीन चौबे ने कहा कि निर्माण के समय ही ग्रामीणों ने घटिया सड़क निर्माण का विरोध किया था. पूरे मामले से विभागीय कनीय अभियंता को अवगत कराया था. बावजूद कनीय अभियंता ने ग्रामीणों की एक नहीं सुनी और संवेदक के पक्ष में खड़ा रहे. इसलिए संवेदक के साथ कनीय अभियंता पर भी कार्रवाई होनी चाहिए
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