इस मार्ग पर ऑटो का परिचालन भी बंद हो गया है. दो पहिया वाहन जान हथेली पर रख कर चलते हैं पत्थर माइंस संचालक की मनमानी से बढ़ी परेशानी फोटो:18डालपीएच 12 प्रतिनिधि, पांकी प्रखंड के सगालिम–आसेहार का पथ बदहाल हो गया है. इस जर्जर सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढों ने राहगीरों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. दूसरी तरफ वाहनों के परिचालन से सड़क पर उड़ती धूल से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. इसी मार्ग से स्टोन माइंस के वाहनों का परिचालन होता है. खराब सड़क व धूल की वजह से अब इस मार्ग पर ऑटो का परिचालन भी बंद हो गया है. दूसरे मार्ग से ऑटो चलता है. आसेहार क्षेत्र में दो पत्थर माइंस और क्रशर चलता है. प्रतिदिन इस मार्ग से हाइवा का ओवरलोड मैटेरियल लेकर गुजरता है. जिस कारण सड़क बदहाल हो गयी है. अब इस मार्ग पर दो पहिया वाहन चालक भी जान हथेली पर रखकर चलते हैं. सड़क में बने गड्ढे व धूल से लोगों को राह चलना भी मुश्किल हो गया है. सबसे चिंताजनक बात यह है कि एक स्कूल से मात्र 200 फीट की दूरी पर माइंस का संचालन हो रहा है, जिससे बच्चों की सुरक्षा भी खतरे में है. साथ ही सड़क पर गिरती छर्री और उड़ती धूल की वजह से दुर्घटनाएं आम हो गयी हैं. ग्रामीणों ने कई बार माइंस प्रबंधन से सड़क की मरम्मत की मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. लोगों का आरोप है कि खनन विभाग के गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और बिना चालान और बिल्टी के ओवरलोड गाड़ियां बेरोकटोक दौड़ रही हैं. प्रशासन भी मौन है, जिससे माइंस संचालकों के हौसले और बुलंद हो गये हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत करायी जाये और ओवरलोड वाहनों पर रोक लगे. साथ ही खनन गाइडलाइन का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जाये. अन्यथा बाध्य होकर लोग आंदोलन को विवश होंगे.
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