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विश्रामपुर में ठेकेदार की हत्या, तीन घंटे रोड जाम

विश्रामपुर (पलामू) : विश्रामपुर थाना क्षेत्र के टोना गांव निवासी ठेकेदार सुनील कुमार पांडेय की मंगलवार को चार अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. घटना दिन के करीब 11 बजे भंडार गांव में एनएच-75 के किनारे तृप्ति होटल के पास घटी. सुनील पांडेय गांव के ही मदन पांडेय व राजेंद्र पासवान के साथ […]

विश्रामपुर (पलामू) : विश्रामपुर थाना क्षेत्र के टोना गांव निवासी ठेकेदार सुनील कुमार पांडेय की मंगलवार को चार अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. घटना दिन के करीब 11 बजे भंडार गांव में एनएच-75 के किनारे तृप्ति होटल के पास घटी. सुनील पांडेय गांव के ही मदन पांडेय व राजेंद्र पासवान के साथ पंचायत चुनाव संबंधी मंत्रणा कर रहे थे.
इसी दौरान अपराधियाें ने सुनील पांडेय पर गोली चला दी. एक गोली सिर में लगी आैर उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. दूसरी गाेली उनके साथ खड़े मदन पांडेय के हाथ में लगी. वह घायल हो गये. बताया गया कि चाराे हमलावर दाे बाइक से वहां आये थे. उनलोगों ने भी होटल में चाय पी. जैसे ही सुनील पांडेय आगे बढ़े, पीछे से उन पर गोली चला दी.
चुनाव प्रचार में घर से निकले थे : जानकारी के अनुसार, पंचायत चुनाव में सुनील पांडेय विश्रामपुर प्रखंड की उपप्रमुख रही बबिता देवी के लिए काम कर रहे थे. बबिता इस बार भंडार पंचायत से मुखिया का चुनाव लड़ रही है.
सुनील पांडेय टोना गांव से सुबह नाै बजे ही बबिता देवी के पति राजेंद्र पासवान के साथ निकले थे. कहा जाता है कि पूर्व में भंडार पंचायत की मुखिया सविता देवी, उसके पति दिलीप पासवान व विश्रामपुर के तत्कालीन बीडीओ संजय कुमार को निगरानी के हाथों में पकड़वाने में भी सुनील पांडेय की भूमिका रही थी.
पुलिस के खिलाफ याचिका दायर की थी
हाल के दिनों में सुनील पांडेय ने पुलिस के वरीय अधिकारियों के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका भी दायर की थी. आरोप लगाया था कि नक्सली संगठन के लोगों से पुलिस के वरीय अधिकारी भी बात करते हैं. लाेगाें के मुताबिक, यही कारण था कि पुलिस ने उन्हें सुरक्षा नहीं दी. लोगों में इसे लेकर आक्रोश था.
नक्सली संगठनाें से संपर्क के आराेप थे
कहा जाता है कि पूर्व में सुनील पांडेय पर माओवादी समर्थक होने का भी आरोप लगा था. एक बार गांव के ही स्कूल में काला झंडा फहराने के मामले में वह जेल गये थे. फिर टीपीसी आैर उसके बाद कुछ दिन पुलिस के लिए भी काम करने की बात सामने आयी थी.
दो माह पहले भी हुआ था हमला
घटना की सूचना मिलने के बाद ग्रामीणों ने पड़वा-गढ़वा मार्ग (एनएच-75) को भंडार के पास जाम कर दिया. करीब तीन घंटे तक राेड जाम रहा. विश्रामपुर व रेहला पुलिस दाे बार जाम हटाने में विफल रही, क्योंकि लोगों का गुस्सा पुलिस के प्रति भी था. लोगों का कहना था कि दो माह पहले भी सुनील पांडेय पर हमला हुआ था. उसके बाद भी उन्हें सुरक्षा नहीं मिली.
‘‘पुलिस सभी पहलुओं पर छानबीन कर रही है. जल्द ही पूरे मामले का खुलासा होगा.हीरालाल रवि, पुलिस उपाधीक्षक

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