मेदिनीनगर. भारत सरकार के द्वारा जिले के 27 आयुष्मान आरोग्य मंदिर का स्वास्थ्य सेवा गुणवत्ता जांच की जा रही है. यह जांच चिकित्सा के क्षेत्र में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के द्वारा की जा रही है. जांच का उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार करना और बेहतर प्रदर्शन करने वाली सुविधाओं को मान्यता देना है. यह जांच तीन मई तक पूरा कर लिया जाना है. इस संबंध में डा अनूप कुमार ने बताया कि पलामू जिले में 171 आयुष्मान आरोग्य मंदिर हैं. जिसमें से पिछले वर्ष सदर प्रखंड के पोलपोल, लेस्लीगंज के चौकड़ी, पांकी के हुरलौंग व पाटन प्रखंड कै दीपौआ आयुष्मान आरोग्य मंदिर की जांच की जा चुकी है. इसके तहत जांच कमेटी के द्वारा जिन आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 70 प्रतिशत नंबर मिलता है. उसे ही सर्टिफिकेट दिया जाता है. जिस आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 70 प्रतिशत से कम नंबर मिलता है. उसे फिर से तीन महीने का समय दिया जाता है. इसके बाद कमेटी के द्वारा फिर से जांच की जाती है. दिसंबर 2026 तक सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिर की जांच पूरी कर ली जानी है. तुकवेरा के आयुष्मान आरोग्य मंदिर का मंगलवार को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से जांच की गयी. जांच के दौरान बारी-बारी से एक-एक चीज की जानकारी ली गयी. ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग के माध्यम से देखा जाता है. कमेटी में आयुष्मान आरोग्य मंदिर में डायबिटीज, एचआइवी, ब्लड प्रेशर, आयोडीन का टेस्ट मलेरिया, नीडील व सिरिंज सहित अन्य छोटी-छोटी बातों के बारे में जानकारी ली. अस्पताल में कार्यरत एएनएम व सीएचओ से जानकारी ली गयी कि वैक्सीन किस दिन दिया जाता है. बताया गया कि गुरुवार को वैक्सीनेशन का दिन निर्धारित है. 22 बच्चों का वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन भी किया गया है. गर्भवती महिला अस्पताल में आती है? बताया गया कि अस्पताल में 93 प्रकार की दवा रहती है. कमेटी ने पूछा कि कौन-कौन सी दवा कहां रखी गयी है. कमेटी ने निर्देश दिया कि ग्राम सरपंच या पंचायत प्रतिनिधि को भी बुला कर अस्पताल के बारे में जानकारी देना है. किस-किस कमरे में आपके द्वारा क्या व्यवस्था की गयी है. जांच के दौरान एएनएम राधा कुमारी, सबया कुमारी, एमपीडब्ल्यू अजय कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मौजूद थे.
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