पाकुड़िया. प्रखंड में फाइलेरिया उन्मूलन के तहत एमडीए-आइडीए कार्यक्रम चलाया जा रहा है. रविवार को स्वास्थ्य कर्मियों ने ढेकीडूबा, हरिपुर, पत्थरडांगा, सलगापाड़ा, तलवा, धावाडंगाल, खजूरडंगाल, दुर्गापुर गांव में लोगों के घर-घर जाकर फाइलेरिया रोधी दवा खिलायी. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ भरत भूषण भगत ने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप अब तक लगभग 65 प्रतिशत लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलायी जा चुकी है. लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि फाइलेरिया की दवा दो वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को खानी है. फाइलेरिया एक वेक्टर जनित बीमारी है. प्रभावित अंगों जैसे हाथ पांव का फूलना तथा हाइड्रोसील होता है. डीइसी की गोली, एल्बेंडाजोल उम्र के अनुसार एवं आईवरमैक्टिंन की दवा ऊंचाई के अनुसार साल में एक बार जरूर सेवन करना चाहिए. मौके पर डॉ मंजर आलम, एमपीडब्ल्यू प्रभात दास आदि थे.
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