पाकुड़ : पाकुड़ जिले के संग्रामपुर गांव डेंगू की चपेट में है. करीब एक महीने से हर दिन एक नया डेंगू पीड़ित मरीज सामने आ रहे हैं. अब तक सौ से अधिक लोग लोगों में डेंगू के लक्षण पाये गये है. इनमें से कई लोग भागलपुर में जाकर अपना इलाज करा रहे हैं. वहीं राज्य का स्वास्थ्य महकमा इस बात से बेखबर हैं. जिले के स्वास्थ्य विभाग इसे महज वायरल फीवर बता कर पल्ला झाड़ ले रहे हैं. ग्रामीणों में भय है.
दो दिनों में 130 लोग पहुंचे अस्पताल : सदर अस्पताल, सोनाजोड़ी में महज दो दिनों के अंदर 130 मरीज डेंगू की आशंका में इलाज कराने पहुंचे हैं. सभी को तेज बुखार है. स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा 130 में से 49 संदिग्धों की जांच डेंगू किट से की गयी. इसमें अब तक 19 मरीजों में डेंगू का लक्षण पाया गया है. हालांकि अब भी स्वास्थ्य विभाग इसे वायरल फीवर ही मान रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जिन 19 मरीजों में डेंगू के लक्षण पाये गये हैं, उनकी जांच रिपोर्ट में एनएस1 एजी पॉजिटिव पाया गया है.
इनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया : संग्रामपुर निवासी शमीम अख्तर (20), प्रीति भगत (9), सुब्रतो विश्वास (30), अलाउद्दीन शेख (42), सनाउल शेख (22), जहांगीर शेख (27), मसकुरा खातुन (12), तंजुरा बीबी (35), हालिम शेख (18), हबीबुर रहमान (9), माकिरा खातुन (12), हबीबुल शेख (25), नदीमा बीबी (48), फतेहाजामाल (25), फिराजुल शेख (27), ब्यूटी बीबी (21), आलता बीबी (58), गोल मोहम्मद (25) आदि शामिल हैं. सभी में एनएस1 एजी पॉजिटिव पाया गया है.
15 दिनों में तीन की जा चुकी है जान : संग्रामपुर व आसपास के क्षेत्रों में तेज बुखार से पीड़ित तीन मरीजों की अब तक जान जा चुकी है. ग्रामीणों के मुताबिक संग्रामपुर निवासी आशा देवी (30) पति आलम शेख, सलाम शेख (25) पिता सेनाउल शेख तथा तिलभीटा निवासी मुनकेस बीबी (50) पति आजाद शेख की मौत पिछले 15 दिनों के भीतर हुई है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीण हबीबुर रहमान उर्फ बबलू ने बताया कि सभी को पहले तेज बुखार हुआ, फिर वह डेंगू की चपेट में आ गया. समय पर इलाज नहीं हो पाने के कारण इन सभी की मौत हो गयी.
” अस्पताल में लोगों के इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था हैं. अलग से 10 बेड का एक वार्ड भी बनाया गया है. जहां ऐसे मरीजों का इलाज कराया जायेगा. अब तक जितने भी मरीजों का इलाज हुआ, सभी में वायरल फीवर पाया गया है. 40 हजार से नीचे प्लेटलेट्स आने पर बेहतर इलाज के लिए मरीजों को बाहर रेफर किया जायेगा.
– डॉ प्रवीण कुमार, सिविल सर्जन, पाकुड़
गुरुवार को 19 नये लोगों में मिले डेंगू के लक्षण
डेंगू जैसे मामले में पाकुड़ स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह लापरवाही बरत रही है. पाकुड़ के संग्रामपुर गांव में काफी संख्या में डेंगू के मरीज होने की जानकारी है. प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन के समक्ष मामले को रख कर राज्य सरकार पर पाकुड़ में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराये जाने को लेकर दवाब बनायेंगे. यदि ऐसा नहीं होता है तो सरकार व विभाग के प्रति आंदोलन करेंगे.
– विजय हांसदा, सांसद, राजमहल
संग्रामपुर गांव डेंगू जोन के रूप में उभरता जा रहा है. ढाई माह में यहां डेंगू के काफी मरीज पाये गये हैं. दु:ख की बात यह है कि यहां के लोगों को भागलपुर में इलाज के लिए निर्भर होना पड़ रहा है. 15 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में उठाया जायेगा. मामले को लेकर स्वास्थ्य सचिव झारखंड सरकार को लिखा हूं. सिविल सर्जन को अविलंब सुविधाएं मुहैया कराये जाने को कहा गया है. – आलमगीर आलम, विधायक, पाकुड़