किस्को. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत किस्को प्रखंड मुख्यालय को सेमरडीह, डटमा और बानपुर से जोड़ने के लिए 3.50 करोड़ रुपये की लागत से बनी 6.70 किलोमीटर लंबी पीसीसी सड़क पर संवेदक की लापरवाही से लोग परेशान हैं. निर्माण कार्य के दौरान सड़क पर डाली गयी मिट्टी को समतलीकरण किये बिना छोड़ दिया गया है, जिससे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सड़क के दोनों किनारों पर मिट्टी फैलाने के बजाय उसे बीच सड़क पर छोड़ देने के कारण धूल का गुबार उड़ता है और दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है. संवेदक अजमल अंसारी द्वारा किये गये निर्माण कार्य में पानी का छिड़काव न किये जाने के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गयी है. गर्मी के इस मौसम में हर गुजरते वाहन के साथ सड़क पर धूल का बड़ा गुब्बार उड़ता है, जिससे आसपास के ग्रामीणों, स्कूली बच्चों और राहगीरों को गंभीर स्वास्थ्य खतरे उत्पन्न हो रहे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि इस सड़क से प्रखंड मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और कई विद्यालयों तक नियमित आवागमन होता है। ऐसे में स्कूली बच्चों और मरीजों को सबसे अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। बड़ी संख्या में भारी वाहन इस सड़क से गुजरते हैं, जिससे धूल की समस्या और भी गंभीर हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार धूल फांकने से सांस संबंधी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और संबंधित विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क पर छोड़ी गई मिट्टी का समतलीकरण कर पानी का छिड़काव कराया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके।
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