कुड़ू. दक्षिण कोयल नदी में चल रहे बालू के अवैध खनन के खेल में मारपीट का मामला सामने आने के बाद इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. पुलिस लगातार स्थिति पर नजर रख रही है. इस घटना में संलिप्त तीन आरोपियों प्रमोद पासवान, मिथिलेश भंडारी और एक अन्य को मंगलवार को लोहरदगा जेल भेज दिया गया. बताया जाता है कि दक्षिण कोयल नदी में स्थित जिंगी, जोंजरो, नामनगर, तान, उडुमुड़ू, उमरी, सिंजो, कोलसिमरी, दोबा बरटोली, लावागांई, नदी नगड़ा, मकरा, दोबा सहित एक दर्जन से अधिक बालू घाट बालू माफियाओं के लिए शरणस्थली बने हुए हैं. यहां देर शाम से लेकर देर रात तक और अहले सुबह तीन बजे से सुबह सात बजे तक अवैध रूप से बालू का धंधा चलता है. इसके अतिरिक्त, सलगी, बड़की चांपी, सुंदरू, चीरी, जीमा, कमले, जरियों और अन्य गांवों के समीप बहने वाली नदियों से भी बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है. कुड़ू पुलिस ने पिछले एक सप्ताह के भीतर इस अवैध धंधे पर नकेल कसते हुए आधा दर्जन बालू लदे ट्रैक्टरों को पकड़ा है. वहीं, डेढ़ माह पहले भी एक साथ पांच बालू लदे ट्रैक्टर जब्त किये गये थे. पुलिस की इस सख्ती के बाद कुछ दिनों तक बालू के धंधे पर लगाम लगी थी, लेकिन हाल ही में यह फिर से पनपने लगा. विवाद की शुरुआत चार दिन पहले हुई, जब पुलिस ने एक बालू लदे ट्रैक्टर को पकड़ा. आरोप है कि यह ट्रैक्टर किसी ने पकड़वाया था और कोयल नदी में फंसे एक अन्य बालू लदे ट्रैक्टर को निकालने में पुलिस का सहयोग भी किया गया था। वहीं, दूसरी तरफ यह आरोप लगाया जा रहा है कि गत रात्रि करीब दस बजे कुछ लोग कोलसिमरी घाट पर एक ट्रैक्टर लेकर अवैध रूप से बालू निकालने पहुंचे थे, जिसे रोकने पर मारपीट हुई.
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