लोहरदगा. जिला में हाल ही में बेमौसम आंधी और बारिश ने बिजली व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया था, जिससे जिलावासी बिजली की आँख-मिचौनी से परेशान थे. जगह-जगह पेड़ों की डालियों का बिजली के तारों पर गिरना और कई पेड़ों का उखड़कर खंभों को क्षतिग्रस्त करना बिजली आपूर्ति में बड़ी बाधा बन गया था. इस दौरान बमुश्किल पांच से सात घंटे ही बिजली मिल पा रही थी, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति और भी बदतर थी. हालांकि, बिजली विभाग ने युद्ध स्तर पर मोर्चा संभालते हुए टूटे तारों की मरम्मत और क्षतिग्रस्त खंभों को दुरुस्त करने का काम शुरू किया. विभाग के अथक प्रयासों के बाद अब बिजली आपूर्ति काफी हद तक सामान्य हो गयी है. बिजली विभाग के सूत्रों के अनुसार, लोहरदगा के शहरी क्षेत्र में लोगों को अब 18 से 20 घंटे बिजली उपलब्ध हो रही है, जिससे उन्हें बड़ी राहत मिली है. बिजली की अनियमित आपूर्ति के कारण उत्पन्न हुआ पेयजल संकट भी अब दूर हो गया है. बिजली की स्थिति में सुधार होते ही जलापूर्ति भी नियमित हो गयी है, जिससे लोगों को पेयजल की समस्या से भी निजात मिली है. जिलावासियों ने बिजली विभाग के त्वरित प्रयासों की सराहना की है, लेकिन साथ ही भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए हैं.
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