कैरो प्रखंड में दुर्गापूजा धूमधाम से मनायी जाती है. प्रखंड के कैरो, नगजुवा व हनहट में पूजा समिति द्वारा पूजा पंडाल व प्रतिमा का निर्माण किया जाता है. साथ ही अष्टमी व नवमी को नाटक का मंचन व जागरण का आयोजन किया जाता है. प्रखंड मुख्यालय में दुर्गापूजा का आयोजन 1976 में शुरू किया गया. 1976 में डॉ बामाचरन गुप्ता, आशा लता डे, गोविंद साहू, दीपेश्वर पांडे, चंद्रपाल पांडे, बिगू साहू व सुमंत सिंह द्वारा शुरू किया गया था.
दीपेश्वर पांडेय बताते है कि 1976 में जब तत्कालीन सरपंच बिगू साहू, कैरो हाइस्कूल के प्रधानाध्यापक गोविंद साहू, शिक्षक चंद्रपाल पांडेय, डॉ बामाचरण गुप्ता, आशा लता डे सुमंत सिंह व ग्राम के प्रबुद्ध व्यक्तियों ने दुर्गापूजा करने का विचार बनाया. उस समय 1976 में पूजा के लिए सभी सदस्यों से सहयोग राशि के रूप में 21 -21 रुपये जमा लिये गये थे. इसके बाद बंगाल से मूर्ति निर्माण के लिए कारीगर बुलाया गया और मूर्ति निर्माण करा कर प्रखंड मुख्यालय स्थित देवी मंडप प्रांगण में मां दुर्गा की पूजा की गयी.
प्रखंड क्षेत्र में 1976 के बाद धीरे-धीरे दुर्गापूजा का रूप बड़ा होता गया. प्रतिवर्ष मूर्ति निर्माण के लिए बंगाल से कारीगर आते हैं. आज भी वहीं के कारीगर मूर्ति का निर्माण करते हैं. पंडाल का निर्माण भी धीरे-धीरे बड़ा आकार लेते जा रहा है. अब यहां खर्च की कोई सीमा नहीं है. पूजा समिति व गांव वालों के सहयोग से बेहतर पंडाल का निर्माण कराया जाता है. पूजा के अवसर पर दिवेश्वर पांडेय के नेतृत्व में नाटक का आयोजन होता है, तो जन सहयोग से जागरण कराया जाता है.