किस्को़ किस्को प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में बच्चों के आधार कार्ड निर्माण और सुधार के लिए खोले गये केंद्र बंद होने से विद्यार्थियों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है. जिन बच्चों का आधार कार्ड अब तक नहीं बन पाया है या जिनके आधार कार्ड में त्रुटियां हैं, वे लगातार केंद्र का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन केंद्र बंद रहने के कारण न तो नये आधार बन पा रहे हैं और न ही पुराने आधार में सुधार हो पा रहा है. आधार कार्ड नहीं बनने के कारण कई बच्चों का आधार नंबर यू-डाइस पोर्टल पर अपलोड नहीं हो पा रहा है. इससे बच्चों का नामांकन कम दिख रहा है और वे छात्रवृत्ति, ड्रेस, पाठ्य सामग्री समेत सरकार की विभिन्न योजनाओं से वंचित हो रहे हैं. विभागीय आदेश के आलोक में पहले प्रखंड के बीआरसी, पंचायत और प्रज्ञा केंद्रों में आधार निर्माण केंद्र स्थापित किये गये थे, जहां बच्चे आसानी से आधार बनवा रहे थे और त्रुटि सुधार भी हो रहा था. लेकिन विगत करीब 10 महीनों से ये केंद्र बंद हैं. इसके चलते जिन बच्चों का आधार नहीं बना है, उन्हें जिला मुख्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है. प्रखंड के कोचा, सेमरडीह, बरपानी समेत कई विद्यालयों के सैकड़ों बच्चे ऐसे हैं, जिनका अब तक आधार कार्ड नहीं बन पाया है. खासकर कक्षा पांच से ऊपर के बच्चों का आधार निर्माण लंबित है. कैंप लगाकर आधार निर्माण की व्यवस्था करने की मांग : आधार अपडेट नहीं होने से बच्चों की अपार आइडी भी नहीं बन पा रही है. शिक्षकों का कहना है कि आधार निर्माण के साथ-साथ जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में भी अभिभावकों को कठिनाई हो रही है. बिना जन्म प्रमाण पत्र के अन्य स्थानों पर भी आधार बनवाने में समस्या आती है. शिक्षकों और अभिभावकों ने मांग की है कि सरकार कैंप लगाकर आधार निर्माण की व्यवस्था करे, ताकि बच्चों को हो रही परेशानी से निजात मिल सके.
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