सेन्हा. सेन्हा प्रखंड के अलौदी पंचायत अंतर्गत हेसवे नवाटोली गांव की सड़कें अत्यंत जर्जर स्थिति में हैं. गांव में प्रवेश के लिए पूरब और पश्चिम दोनों ओर से रास्ता है, लेकिन बरसात के दिनों में कीचड़ और उबड़-खाबड़ रास्तों के कारण ग्रामीणों को आवागमन में भारी कठिनाई होती है. विशेष रूप से बुजुर्गों, बीमार व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने में गंभीर परेशानी होती है. सड़क की खराब स्थिति के कारण गांव का समग्र विकास अवरुद्ध हो गया है. सरकार द्वारा ग्रामीण विकास के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, परंतु हेसवे नवाटोली के लोग आज भी कीचड़ और गड्ढों से भरे रास्तों पर चलने को मजबूर हैं. स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं को भी प्रतिदिन कीचड़ भरे रास्तों से गुजरना पड़ता है, जिससे उनकी ड्रेस गंदी हो जाती है और समय पर पहुंचना मुश्किल हो जाता है. ग्रामीण राजेन्द्र उरांव, शिव उरांव, महावीर उरांव, शंकर उरांव, भरत उरांव, गीता देवी, सविता देवी, अंजनी उरांइन सहित अन्य का कहना है कि कई बार लिखित और मौखिक रूप से जनप्रतिनिधियों व प्रखंड प्रशासन को सूचना देने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.
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