लोहरदगा़ श्री श्याम एसडब्ल्यूएम प्रालि लोहरदगा और नगर प्रशासक की संवेदनहीनता के खिलाफ झारखंड राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ ने जोरदार प्रदर्शन किया. 15 दिन पूर्व वार्ता की सूचना देने के बावजूद पहल नहीं होने से आक्रोशित कर्मचारियों ने पुराना नगरपालिका कार्यालय से जुलूस निकालकर नया नगर परिषद कार्यालय पहुंचकर महात्मा गांधी की प्रतिमा के समीप धरना-सत्याग्रह किया. आंदोलन की सूचना पूर्व में अनुमंडल पदाधिकारी और थाना प्रभारी लोहरदगा को दी गयी थी.कर्मचारियों की लंबित मांगों को पूरा करें : धरनास्थल पर आयोजित सभा में महासंघ के नेताओं ने कर्मचारियों की लंबित मांगों को रखते हुए कहा कि प्रति माह नियमित वेतन भुगतान, पीएफ का सूद सहित अद्यतन हिसाब, पहचान पत्र, नियोजन कार्ड, वर्दी व धुलाई भत्ता शीघ्र दिया जाये. साथ ही कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार, अपशब्दों के प्रयोग और मजदूरों को मनमाने ढंग से बैठाने पर रोक लगाने की मांग की गयी. वर्ष 2023 में 14 मजदूरों के तीन माह के बकाये वेतन भुगतान, तीन वर्ष से अधिक समय से कार्यरत कर्मियों को नियमित करने और पूर्व से नियमित कर्मचारियों को नगर विकास विभाग के निदेशक के निर्देशानुसार सभी लाभ देने की मांग भी प्रमुख रही. चार माह पहले भी ऐसी ही स्थिति बनी थी : ऐक्टू के जिला सचिव मो जफर आलम और निकाय कर्मचारी महासंघ के राज्य अध्यक्ष महेश कुमार सिंह ने कहा कि चार माह पहले भी ऐसी ही स्थिति बनी थी. तब उपायुक्त के हस्तक्षेप से वेतन भुगतान तो हुआ, लेकिन अन्य समस्याएं अब तक लंबित हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि संबंधित अधिकारी खुद को जिला प्रशासन से भी ऊपर समझ रहे हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. नेताओं ने स्पष्ट किया कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो उपायुक्त को अवगत कराकर कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे. आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी नगर प्रशासक की होगी.
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