बारियातू़ प्रखंड अंतर्गत साल्वे पंचायत के गिधवाबर, गजुआ और जुठाटांड़ टोला होते हुए टोंटी पंचायत के इटके मुख्य सड़क को जोड़ने वाली कच्ची सड़क इन दिनों पूरी तरह कीचड़ में तब्दील हो गयी है. बारिश के दिनों में इस रास्ते पर दोपहिया वाहन तो दूर, पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है, जिससे ग्रामीणों को रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. टोले के रामचंद्र ठाकुर, संजय गंझू, लूरक गंझू, बिनेश्वर भोग्ता, प्रभु गंझू, मो शमीम, निरज गंझू, मो इजराइल, नीलम देवी, बाबूलाल गंझू, रेखा देवी, काजल कुमारी समेत अन्य ने कीचड़ भरी सड़क में आवाजाही की कठिनाइयों को बताया. ग्रामीणों ने कहा कि झारखंड राज्य बने 25 वर्ष, बारियातू प्रखंड बने 16 वर्ष और पंचायती राज व्यवस्था लागू हुए 15 वर्ष बीत गये, लेकिन अब तक इस सड़क का पक्कीकरण नहीं हुआ. बरसात में बच्चों को स्कूल भेजना, मरीजों को अस्पताल ले जाना और प्रखंड मुख्यालय या अन्य जगहों तक पहुंचना बेहद कठिन हो जाता है. कई बार बीडीओ, मुखिया और उपायुक्त को आवेदन देकर सड़क निर्माण की मांग की गयी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. ग्रामीणों ने कहा कि चुनाव के समय सांसद, विधायक और पंचायत प्रतिनिधि बड़े वादे करते हैं, पर जीतने के बाद सब भूल जाते हैं. ग्रामीणों ने विधायक प्रकाश राम और उपायुक्त से गिधवाबर-गजुआ-जुठाटांड़ होते हुए इटके मुख्य सड़क तक पक्की सड़क बनाने की मांग की है. मुखिया राजीव भगत ने बताया कि सड़क निर्माण को लेकर कई बार ग्रामसभा आयोजित कर जिला प्रशासन को सूचित किया गया है. उपायुक्त ने डीएमएफटी मद से सड़क बनाने का आश्वासन दिया है और इसके लिए सर्वे भी पूरा कर लिया गया है.
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