लातेहार ़ जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने के लिए भले ही संसाधनों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, लेकिन चिकित्सकों की कमी एक गंभीर समस्या बनी हुई है. लातेहार का सबसे बड़ा सदर अस्पताल, जहां अन्य प्रखंडों से मरीज बेहतर इलाज के लिए भेजे जाते हैं, खुद चिकित्सकों के अभाव से जूझ रहा है. अस्पताल में कुल 32 चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं, जिसमें उपाधीक्षक सहित विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल हैं. लेकिन वर्तमान में केवल 14 चिकित्सक ही यहां कार्यरत हैं. हाल ही में स्वास्थ्य विभाग ने चार और चिकित्सकों का स्थानांतरण कर दिया है. स्थानांतरित होने वालों में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ भारद्वाज नारायण चौधरी, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ वर्षा उरांव, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुदामा राम और डॉ अंजना रजनी खूसर शामिल हैं. इनके स्थानांतरण के बाद अस्पताल में मात्र 10 चिकित्सक रह जायेंगे, जिन्हें पूरे सदर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था संभालनी होगी. संसाधनों की नहीं है कोई कमी : सदर अस्पताल में संसाधनों की भरपूर व्यवस्था है. भवन, एसएनसीयू, आइसीयू वार्ड, डायलिसिस सेंटर और शिशुओं के लिए विशेष वार्ड भी हैं. इन सभी में आधुनिक मशीनें उपलब्ध हैं और प्रशिक्षित एएनएम और कर्मी कार्यरत हैं. फिर भी चिकित्सकों की कमी मरीजों के इलाज में बाधा बन रही है. इस समस्या को लेकर समय-समय पर जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा जाता रहा है. अनुबंध पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की तैयारी : सिविल सर्जन सिविल सर्जन डॉ राजमोहन खलखो ने बताया कि चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए अनुबंध के आधार पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की तैयारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि विभाग को बार-बार पत्र भेजे जा रहे हैं ताकि अस्पताल में चिकित्सकों की संख्या बढ़ाई जा सके.
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