झुमरीतिलैया. कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी को मनाया जानेवाला करवाचौथ व्रत की तैयारी महिलाओं ने पूरी कर ली है. झुमरीतिलैया में करवाचौथ को लेकर बाजार में रौनक रही. दुकानों में महिलाओं ने पूजा सामग्री, साड़ी, चूड़ी, बिंदी, मेंहदी और श्रृंगार सामग्री की खरीदारी की. ज्योतिषाचार्या विनिता निशु ने बताया कि चतुर्थी तिथि गुरुवार की रात्रि 2:49 बजे से प्रारंभ होकर शुक्रवार की रात 12:24 बजे तक रहेगी. सरगी सूर्योदय से पूर्व पक्षियों के बोलने से पहले करने की परंपरा है. चंद्रोदय का समय रात्रि 7:58 बजे रहेगा. महिलाएं अपने कुल परंपरा के अनुसार व्रत करें. पूजा के समय पूर्व दिशा की ओर मुख कर भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय की आराधना करें. इस दिन भालचंद्र गणेश जी की विशेष पूजा का विधान है. करवाचौथ का व्रत पति-पत्नी के बीच प्रेम, समर्पण और विश्वास का प्रतीक है. निशु ने कहा यह प्रेम का पर्व है. इसमें किसी प्रकार का मनमुटाव, विवाद या लोभ नहीं होना चाहिये. व्रत की कथा सुनने और चंद्रदेव को अर्घ्य देने के साथ महिलाएं अपने पति के दीर्घायु और सुखी दांपत्य जीवन की कामना करती हैं. शहर के रांची-पटना रोड, स्टेशन रोड में दुकानें सजी रही. पूजा थाली सेट 150 से 700 रुपये तक के दाम में उपलब्ध है. वहीं कपड़े की दुकानों में बनारसी, सिल्क और जॉर्जेट साड़ियों की बिक्री सबसे अधिक हुई. मेंहदी की दुकानों और ब्यूटी पार्लरों पर भी महिलाओं की भीड़ देखी गयी.
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