कोडरमा बाजार. कोडरमा थाना क्षेत्र के मेघातरी दिबौर में बस स्टैंड के चुंगी के नाम पर रांची-पटना रोड के किनारे आने जानेवाले वाहनों से अवैध वसूली की शिकायत पर शुक्रवार की रात पुलिस ने छापेमारी की़ प्रशिक्षु डीएसपी दिवाकर कुमार के नेतृत्व में हुई छापेमारी में अवैध वसूली करते सात लोगों को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों में पंकज कुमार (पिता-विनोद प्रसाद ढाब), राहुल कुमार-मसई रजौली, राहुल कुमार रमदासी रजौली, दिनेश राजवंशी-दिबौर मेघातरी, मुकेश कुमार उर्फ मुकुल कुमार-दिबौर मेघातरी, प्रदीप कुमार निवासी-लौंद थाना सिरदल्ला नवादा (बिहार), फरीद आलम उर्फ मन्नू-मेघातरी शामिल हैं. आरोपियों के पास से दो टॉर्च, वाहनों से वसूले गये नकद 8900 रुपये और छह लाठी बरामद की है. मामले को लेकर थाना प्रभारी विकास पासवान के बयान पर कोडरमा थाना में कांड संख्या 95/25 दर्ज किया गया है. सातों आरोपियों के अलावा जयनगर निवासी राजकुमार यादव को भी आरोपी बनाया गया है. सभी को पुलिस ने जेल भेज दिया. थाना प्रभारी के अनुसार 13 जून की रात्रि 11:30 बजे सूचना मिली कि दिबौर मेघातरी घाटी के पास एनएच-20 रांची-पटना रोड पर कुछ लोग बलपूर्वक वाहनों से पैसे की वसूली कर रहे हैं. इसके बाद पुलिस वहां पहुंची, तो देखा कुछ लोग बस, ट्रक, पिकअप वाहनों को रोक पैसे की वसूली कर रहे हैं. पुलिस को देखते ही सभी जंगल की ओर भागने लगे़, जिन्हें पुलिस ने पकड़ा. सातों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे बेरोजगार हैं. जयनगर निवासी राजकुमार यादव के कहने पर वाहनों से वसूली करते हैं. इसके बदले में बतौर मजदूरी 300 रुपये दिये जाते हैं. ज्ञात हो कि मेघातरी बस स्टैंड की बंदोबस्ती जिला परिषद के द्वारा गत माह करायी गयी थी. इसमें जयनगर के ककरचोली पंचायत के मुखिया राजकुमार यादव ने करीब दो करोड़ रुपये की बोली लगाकर बंदोबस्ती ली थी. उसके बाद से ही यह स्टैंड सुर्खियों में है.
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