भाजपा सरकार रैयती कानून में परिवर्तन कर जमीन मिट्टी के भाव में पूंजीपतियों के हाथों में सौंपना चाहती है. पूंजीपतियों का हजारों करोड़ों लोन माफ कर रही है. दूसरी तरफ लोन लिए गरीब किसानों को घर पर कुर्की कर रही है. अभी भी देश में 40 प्रतिशत लोगों को राशन कार्ड नहीं मिला है. दूसरी तरफ आधार कार्ड के नाम पर गरीबों को राशन से वंचित किया जा रहा है. वहीं एफसीआइ गोदामों में लाखों टन अनाज सड़ रहा है. देश मे महंगाई बढ़ रहा है. बेरोजगारों की फौज खड़ी हो रही है. सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा गरीब किसानों को भुगतान पड़ रहा है. देश में फैली समस्याओं पर से ध्यान हटाने के लिए समाज में नफरत फैला कर दंगा की राजनीति की जा रही है. इसके खिलाफ देश के किसानों, मजदूरों को एक होना होगा.
झारखंड में अभी भी 40 प्रतिशत लोगों को राशन कार्ड नहीं मिला है. सभा को जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष, किसान सभा के संयुक्त सचिव बीजू कृष्णन, किसान नेता राजाराम, विधायक राजकुमार यादव, पूर्व विधायक बिनोद सिंह, सुरजीत सिन्हा, सुफल महतो, संजय पासवान, रमेश प्रजापति, श्यामदेव यादव, मोहन दत्ता, जत्था में शामिल मध्य प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, राजस्थान, उतराखंड से आये राष्ट्रीय किसान नेता पुरुषोत्तम शर्मा, रवींद्र सिंह, माले जिला सचिव मोहन दत्ता, माकपा जिला सचिव रमेश प्रजापति, अभिक शाहा, डाॅ सुनिलन, आनंद शेखर, प्रेम सिंह गहलोत, झारखंड राज्य सचिव पुरन महतो, राज्य कमेटी सदस्य श्यामदेव यादव, पूर्व जिप सदस्य रामधन यादव, बासुदेव यादव, राजेंद्र यादव, एपवा प्रदेश अध्यक्ष सविता सिंह, अशोक यादव, वीरेंद्र यादव, नागेश्वर प्रसाद, भोला यादव, राजेंद्र मेहता, इब्राहिम अंसारी, प्रखंड संयोजक मुन्ना यादव, आर चंद्रशेखर, प्रहलाद ठाकुर सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे.