मड़वन : बिहार विद्यालय रसोइया यूनियन की बैठक ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर के आह्वान पर सोमवार को माला देवी की अध्यक्षता में हुई. इसमें 12 फरवरी-2026 को ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर घोषित हड़ताल को सफल बनाने पर विमर्श किया गया. राज्य ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि भारत सरकार द्वारा घोषित चार लेबर कोड स्थायी रोजगार को समाप्त करने, मजदूरों के कार्य के घंटे बढ़ाने, महिलाओं को रात्रि पाली के नाम पर रोजगार से वंचित करने तथा मजदूरों को पीएफ, बोनस, ग्रेच्युटी, इएसआइ, छुट्टी आदि अधिकारों से वंचित करने वाला है. कहा कि नये कोड से मजदूरों को रखने और हटाने का अधिकार मालिकों को मिल जायेगा. इस कारण मजदूरों से चारों लेबर कोड को रद्द कराने के लिए घोषित हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया. राज्य सह सचिव सुनैना देवी ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार विद्यालय रसोइयों को सरकारी कर्मचारी मानना, तो दूर मजदूर मानने से भी इंकार कर रही है, जिस कारण विद्यालय का रसोइया पीएफ, पेंशन, छुट्टी, ग्रेच्युटी, बोनस, इएसआइ आदि से वंचित है. केंद्र एवं राज्य सरकार पर विद्यालय के रसोइया विरोधी होने के साथ-साथ महिला विरोधी होने का भी आराेप लगाया. बैठक को उमाकांत कुमार, रसोइया रीना देवी, सरस्वती देवी, मंजु देवी, चंद्रमा देवी, अनिता देवी, शर्मिला देवी आदि ने भी संबोधित किया.
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