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न थी डिग्री, न ही लाइसेंस, क्लिनिक में गर्भपात करा रहा था झोलाछाप डॉक्टर

कोडरमा/डोमचांच: प्रखंड में नियम-कानून को धता बता कर धड़ल्ले से निजी क्लिनिकों का संचालन हो रहा है. कई क्लिनिक संचालकों के पास न तो डिग्री है और न ही संचालन को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किया गया लाइसेंस. बावजूद इसके चल रहे क्लिनिकों में मरीजों का इलाज व आॅपरेशन किया जा रहा […]

कोडरमा/डोमचांच: प्रखंड में नियम-कानून को धता बता कर धड़ल्ले से निजी क्लिनिकों का संचालन हो रहा है. कई क्लिनिक संचालकों के पास न तो डिग्री है और न ही संचालन को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किया गया लाइसेंस. बावजूद इसके चल रहे क्लिनिकों में मरीजों का इलाज व आॅपरेशन किया जा रहा है. क्लिनिकल एस्टीबलीशमेंट एक्ट के अनुपालन को लेकर डीसी की ओर से गठित जांच दल ने मंगलवार को प्रखंड के कई निजी क्लिनिकों की जांच की, तो कई स्तर पर गड़बड़ी सामने आयी.

अपोलो हेल्थ केयर अस्पताल में तो बिना डॉक्टर के महिला का गर्भपात कराया जा रहा था. जांच टीम ने गर्भपात कराते देख संचालक को कड़ी फटकार लगायी. टीम ने यहां अवैध रूप से एक्सरे सेंटर व पैथोलॉजी लैब को भी संचालित पाया है. इसी तरह की गड़बड़ी और जगहों पर दिखी. यही नहीं टीम की जांच की भनक मिलते ही कई झोला छाप डाॅक्टर अपना क्लिनिक बंद कर फरार हो गये.

जानकारी के अनुसार जांच टीम में शामिल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ रंजीत कुमार, सीओ नाजिया अफरोज व एसआइ शंभुनाथ मिश्रा सबसे पहले बाजार रोड स्थित अपोलो हेल्थ केयर पहुंचे. टीम ने यहां पाया की कोई भी डाॅक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं थे. एक महिला का गर्भपात कराया जा रहा था. महिला का इलाज में खुद को डाॅक्टर बताने वाला संचालक भगवान प्रसाद कर रहा था. डाॅ रंजीत ने जब उनसे डाॅक्टर की डिग्री व अन्य चीजों को लेकर जानकारी मांगी तो उनके होश उड़ गये. टीम ने पाया कि अस्पताल में एक मरीज को प्लास्टर किया गया था. संचालक ने बताया कि मैंने ही प्लास्टर किया है.

इस पर डाॅ रंजीत ने जब पूछा कि आप क्या-क्या करते हैं. इस पर संचालक बोला, सर मैं लोगों की सेवा करता हूं. यहां कोई गलत काम नहीं होता. टीम ने यहां एक्सरे मशीन, बगल में अल्ट्रासाउंड सेंटर भी पाया. हालांकि अल्ट्रासाउंड सेंटर का शटर डाउन था. पता चला की इसके लिए रेडियोलॉजिस्ट भी नहीं है. अस्पताल का निबंधन भी फेल मिला. यहां संचालित मेडिकल दुकान का लाइसेंस सही पाया गया. डाॅ रंजीत ने बताया कि अपोलो हेल्थ केयर में बिना कोई डाॅक्टर के मरीजों का इलाज किया जाता है. यहां कोई महिला चिकित्सक भी नहीं है और गर्भपात कराया जा रहा था. फिलहाल संचालक को एक्सरे मशीन, अल्ट्रासाउंड सेंटर, पैथोलॉजी लैब बंद रखने का निर्देश दिया गया है. साथ ही संचालक को अपने नाम के आगे से डाॅक्टर शब्द हटाने को कहा गया है. डाॅ रंजीत ने बताया कि पूरी रिपोर्ट डीसी को सौंपी जायेगी. इसके बाद कार्रवाई होगी.
डाॅ दास को एक्सरे बंद करने का निर्देश
जांच टीम जयनगर रोड स्थित हेल्थ क्लिनिक, डॉ केपी चौधरी, प्रसाद मेडिकल स्टोर, डॉ दास क्लिनिक सहित अन्य कई क्लिनिकों में भी पहुंची व जांच की. जांच के दौरान डॉ केपी चौधरी, डॉ भुनेश्वर ठाकुर व डॉ प्रभात कुमार गायब मिले. डॉ आइसी दास को मात्र होमियोपैथ इलाज करने का आदेश दिया गया. टीम ने डॉ दास को एक्सरे बंद करने का निर्देश दिया. सीओ नाजिया अफरोज ने बताया कि प्रखंड में वैसे डॉक्टर जो बिना डिग्री के क्लिनिक चला रहे हैं व मरीजों का इलाज कर रहे हैं वैसे झोला छाप डॉक्टरों पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

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