कोडरमा बाजार: कोडरमा पुलिस व चाइल्ड लाइन के संयुक्त तत्वावधान में बाल मित्र थाना व बाल संरक्षण विषय पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में किया गया. कार्यशाला में मुख्य रूप से पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा, उपाधीक्षक कर्मपाल उरांव, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अनिल शंकर मौजूद थे. मौके पर एसपी एसके झा ने कहा कि सभी थानों के पदाधिकारियों व कर्मियों को बच्चों के प्रति संवेदनशील होने की जरूरत है. बच्चों के विरुद्ध घटित घटनाओं में तत्परता से कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि थाना पर आगंतुकों के साथ बेहतर व्यवहार किया जाना चाहिए, सभी की बातें सुनी जानी चाहिए.
मौके पर उन्होंने उपस्थित पदाधिकारियों को कई निर्देश भी दिये. इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने पुलिस पदाधिकारियों को बताया कि कभी भी वर्दी में किसी बच्चे को निरूध नहीं करें और न ही उनके साथ वर्दी में रह कर किसी प्रकार का पूछताछ करें. उन्होंने बाल विवाह, बाल मजदूर, कानून से उलझे हुए बच्चों के विषय में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि देख-रेख व संरक्षण के जरूरतमंद बच्चों से संबंधित जानकारी बाल कल्याण समिति व कानून से उलझे हुए बच्चों की जानकारी किशोर न्याय बोर्ड को अविलंब दें तथा 24 घंटे के अंदर उक्त कोर्ट के समक्ष उपास्थापित करें.
चाइल्ड लाइन समन्वयक तुलसी कुमार साव ने किशोर न्याय अधिनियम (बालकों की देख-रेख व संरक्षण) पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों के विरुद्ध घटित घटनाओं में आइपीसी की धाराओं के अलावा किशोर न्याय अधिनियम की धाराओं को भी जोड़े. उन्होंने बताया कि देख-रेख व संरक्षण के जरूरतमंद बच्चों व कानून से उलझे हुए बच्चों की पहचान उजागर करना किशोर न्याय अधिनियम का उल्लंघन है, जिसके लिए दंड का प्रावधान है. उन्होंने बताया कि बच्चों से क्रूरता करना, भीख मंगवाना, स्मगलिंग करवाना, शारीरिक दंड देना व बच्चों की खरीद-बिक्री करने जैसी घटनाओं में आइपीसी की धाराओं के साथ-साथ जेजे एक्ट का भी उल्लंघन है.
मौके पर कोडरमा थाना प्रभारी आनंद मोहन सिंह, माइका निरीक्षक राज बल्लभ पासवान समेत कोडरमा, तिलैया, जयनगर, तिलैया डैम, चंदवारा के थाना प्रभारी, पुलिस कर्मी, पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभी शाखाओं व पुलिस कंट्रोल रूम के पुलिस कर्मियों के साथ चाइल्ड लाइन के उमेश कुमार, सन्नी कुमार, विजय यादव, समर्पण के शंकर लाल राणा उपस्थित थे.