जयनगर. कहा जाता है कि सड़क किसी भी क्षेत्र के विकास का पैमाना होता है. बरसात ने विकास की पोल खोल दी है. खासकर बारिश के बाद सड़कों की बदहाली खुल कर सामने आयी है. जगह-जगह पर गड्ढे व जल-जमाव का नजारा है.
जयनगर में प्रवेश करने से पहले कटहाडीह नदी पर बने पुल के दोनों तरफ के एप्रोज मार्ग की हालत ऐसी हो गयी है कि बाइक सवार यहां से पार करने से घबराते है. गत माह पूर्व थाना प्रभारी हरिनंदन सिंह ने इस एप्रोच पथ की मरम्मत करायी थी, मगर विभागीय उपेक्षा से बरसात में वह मरम्मत भी काम नहीं आयी. हिरोडीह फाटक से लेकर हिरोडीह केबिन तक की सड़क पर भी राहगीर हिचकोले खाकर सफर कर करते है.
यह सड़क, कंद्रपडीह, उतरी, दक्षिणी, कोसमाडीह, घंघरी, छोटकी हिरोडीह व रेभनाडीह गांव को हिरोडीह बाजार से जोड़ती है, जहां बैंक ऑफ इंडिया व एसबीआइ की शाखा स्थित है. यहीं हाल कोडरमा-कोवाड़ पथ पर पिपचो चौक की है. बड़े गड्ढें पिछले कई माह से दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे है. इसकी मरम्मत के लिए जयनगर पूर्वी की जिप सदस्य मुनिया देवी ने कई बार जिला बोर्ड की बैठक में इस सवाल को रखा.
मगर इस दिशा में आज तक कोई पहल नहीं की गयी है. इसके अलावा बाघमारा चौक से परसाबाद फाटक तक की सड़क में सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे ही नजर आ रहे है. सड़क पर मिनटों का सफर घंटों में तय करना मजबूरी बन गया है. कांको से चुटियारो करियावां होते हुए सरमाटांड़ योगियाटिल्हा तक जानेवाली सड़क पर सैकड़ों गड्ढे बन आये हैं. इधर, चरकी पहरी चौक से डुमरडीहा गांव तक की सड़क का भी हाल बुरा है. पेठियाबागी चौक से प्रखंड मुख्यालय होते हुए सरमाटांड़ स्टेशन तक जानेवाली महत्वपूर्ण सड़क जिस पर जिले के आलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत सभी अधिकारियों व पदाधिकारियों का आवागमन होता है. उस सड़क पर भी लोगों का चलना दूभर हो गया है.