बुंड. बुंडू सहित पूरे पांच परगना क्षेत्र में करमा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. पारंपरिक परंपरा के अनुसार प्रत्येक गांव में करम पेड़ का डाली को अखाड़ा और पूर्वजों से मनाते अरे घरों में गाड़ कर विधि से पूजा अर्चना की गयी. किशोरी बालिकाओं ने भाई के सम्मान व प्रकृति रक्षा, गांव की बीमारी को दूर भगाने और खेतों के धान अन्य हरी सब्जी को रोग मुक्त करने की पूजा प्रकृति देव से की. गांव के पहान और परंपरागत महतो ने व्रत रखने वाली बालिकाओं और ग्रामीणों को करम और धरम की कहानी सुनायी और कर्म के साथ धर्म की रक्षा करने की अपील की. बालिकाओं ने भाई को अच्छा कर्म करने और अपने सफल जीवन की मन्नतें करम देवता से मांगी. पूजा के बाद ढोल नगाड़े, मांदर के धुन पर युवतियों ने मिलजुल कर अखाड़े में खूब नाच गान कर आनंद लिया. गुरुवार की सुबह किसानों ने सभी खेतों में पौधे के डाली को गाड़ कर खेतों में रोग मुक्त की कामना की. कर्म पर्व का व्रत रखने वाली बालिकाओं ने भाइयों को धागा बांधकर अच्छे कर्म और धर्म कर उन्नति के मार्ग पर चलने की मन्नत की. दो दिन से कर्म पर्व का लोगों ने खूब आनंद उठाया. विसर्जन कर्म पर्व का समापन किया.
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