खूंटी : सरना धर्म बताता है कि मनुष्य का कर्म ही उसका सबसे बड़ा धर्म है. करमा पर्व विश्व को प्रकृति की रक्षा करने की सीख देता है. उक्त बातें खूंटी में आयोजित करम महोत्सव में गुरुवार को सांसद कड़िया मुंडा ने कही. उन्होंने कहा कि सरना धर्म पूर्णत: कर्म पर आधारित है.
करम की डाली श्रम करने तथा ईष्या व द्वेष को तिलांजलि देकर भाईचारे से जीवन जीने का संदेश देती है़ कार्यक्रम में सीआरपीएफ के कमांडेंट रवींद्र भगत, मदिराय मुंडा, बिरसा मुंडा,मंगल सिंह स्वांसी, पंडेया मुंडा, राम मुंडा, नौरी पूर्ति, जगन्नाथ मुंडा, चंबरा मुंडा ने भी विचार रखे़ इससे पूर्व करम अखाड़ा में करम डाली की स्थापित कर पूजा-अर्चना की गयी़ तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया गया़
मांदर की थाप पर देर रात तक लोग थिरकते रहे़ करम महोत्सव में नगर पंचायत अध्यक्ष रानी टूटी, मनीष तिवारी, यमुना बोदरा, दुर्गावती ऑड़ेया, चंद्रावती सारू, शंकर मुंडा, पंडेया प्यारी टूटी, यमुना मुंडा, बैजनाथ पाहन, चंद्रावती सारू, दुर्गाचवती ऑड़ेया, प्रेमानंद सिंह मुंडा, लखन मुंडा, अजीत अधिकारी, सोमा टूटी, चरण मुंडा, प्रिया नाग आदि मौजूद थे.