प्रतिनिधि, नारायणपुर. प्रखंड सभागार में सोमवार को आपदा प्रबंधन समिति की बैठक हुई. इस अवसर पर बीडीओ मुरली यादव, सीओ देवराज गुप्ता, एनडीआरएफ के अंकुश बाबू शामिल हुए. बीडीओ ने कहा कि जब कभी आपदा आती है, हम लोग परेशान हो जाते हैं. क्योंकि उसके प्रबंधन की जानकारी हमारे पास नहीं होती है. यह जरूरी है कि आपदा प्रबंधन की जानकारी हो, तभी हम आपदा के समय इससे निबट सकते हैं. एनडीआरएफ के अंकुश बाबू ने कहा कि नौ से 16 तारीख तक जामताड़ा जिला में आपदा प्रबंधन पर विशेष कार्यक्रम चलाया जा रहा है. आपदा हमेशा आकस्मिक आती है. कहा कि आपदा दो प्रकार की होते हैं. प्राकृतिक और मानव निर्मित. प्राकृतिक आपदा के अंतर्गत बाढ़, भू-संखलन, भूकंप, ज्वालामुखी का फटना इत्यादि आता है, जबकि मानव निर्मित आपदा आगजनी, ट्रेन दुर्घटना, प्लेन दुर्घटना, फैक्ट्री से जहरीली गैसों का रिसाव आदि है. इन आपदाओं से बचने के लिए हमें सतर्क रहने की जरूरत है. यह बहुत जरूरी है कि आपदाओं के समय हम धैर्य का परिचय दें. विषम परिस्थितियों में सूचना देने पर एनडीआरएफ की टीम पहुंचती है और राहत बचाव का कार्य करती है. कोरोना महामारी ने हाहाकार मचा दिया, लेकिन भारतीयों ने धैर्य का परिचय दिया और इस आपदा से निकलने का उपाय भी ढूंढा, जब कभी आग लगने की घटना घटित होती है तो उसकी सूचना फायर ब्रिगेड को जरूर दें. मौके पर बीपीओ वाणी व्रत मित्रा और करुणा कुमारी, सीआइ निरंजन मिश्रा, राजेंद्र प्रसाद सिंह, पानेश्वर मरांडी, उदय ओझा, विक्की पांडे आदि मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है