Samrat Chaudhary: तारीख 24 दिसंबर 2025, जगह पटना का श्रीकृष्ण मेमोरियल, राज्य के उपमुख्यमंत्री और नीतीश सरकार में गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे सम्राट चौधरी एक कार्यक्रम में कहते हैं कि बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद से ही कई अपराधी पहले ही राज्य छोड़कर जा चुके हैं और जो अब भी बचे हुए हैं, उन्हें आने वाले तीन महीनों के भीतर हर हाल में राज्य से बाहर कर दिया जाएगा. गृह मंत्री को यह बयान दिए अभी 24 घंटे का वक्त भी नहीं बीता था उससे पहले ही समस्तीपुर में बदमाशों ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेता की गोली मारकर हत्या कर दी. अब ऐसे में यह सवाल उठने लगा है कि क्या बिहार में बदमाशों के अंदर कानून का डर नहीं है या वह खुद को सत्ता और सरकार से ऊपर समझने लगे हैं. अब यह देखने वाली बात होगी कि गृह मंत्री सम्राट चौधरी इन चुनौतियों का सामना कैसे करते हैं और यह साबित करते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें गृह विभाग का जिम्मा सौंपकर सही किया है.
सम्राट ने किया था सफाई अभियान चलाने का एलान
श्रीकृष्ण मेमोरियल में सम्राट चौधरी ने बुधवार को लोगों से कहा कि कुछ अपराधी चोरी-छिपे अब भी सक्रिय हैं, लेकिन उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. बिहार में अपराध पर पूरी तरह नियंत्रण करना उनका प्रमुख दायित्व है. जिस तरह राज्य में सफाई अभियान चलाया जाता है, उसी तरह अपराधियों की भी सफाई जरूरी है. पार्टी का काम मैं करता रहूंगा, लेकिन अपराधियों को भगाने का काम भी पूरी सख्ती के साथ जारी रहेगा.

गृह मंत्री के बयान के महज 24 घंटे बाद बदमाशों ने की हत्या
गृह मंत्री के बदमाशों के खिलाफ सफाई अभियान चलाने के एलान के महज 24 घंटे बाद ही समस्तीपुर में भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान रूपक साहनी के रूप में हुई है. बुधवार की शाम वह खानपुर थाना क्षेत्र के शादीपुर स्थित अपनी दुकान में मौजूद था, तभी एक एसयूवी से आए हथियारबंद बदमाशों ने उन पर अंधाधुंध गोली चलाई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने इस हत्याकांड का कारण पुरानी रंजिश को बताया है. घटना के बाद कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में खानपुर थानाध्यक्ष रंजीत कुमार चौधरी को निलंबित कर दिया गया है. समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक अरविंद प्रताप सिंह ने बताया कि हत्या के मामले में अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
सम्राट पर बीजेपी के टॉप नेताओं ने जताया है भरोसा
2025 बिहार विधानसभा चुनाव में जब एनडीए की एकतरफा जीत हुई और बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी तो ये भी कंफर्म हो गया कि इस बार विभागों के बंटवारे में उसकी ही चलेगी और हुआ भी ऐसा ही. जब नीतीश सरकार में विभागों का बंटवारा हुआ तो 20 साल से जिस गृह विभाग को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड ने किसी को नहीं दिया था उस गृह विभाग को मुख्यमंत्री नीतीश ने ना चाहते हुए भी बीजेपी को दे दिया और बीजेपी के टॉप नेताओं ने सम्राट पर भरोसा जताते हुए उन्हें गृह विभाग का जिम्मा सौंपा और उन्हें सरकार में नंबर दो की पोजिशन दी. ऐसे में सम्राट चौधरी के पास बिहार में अपराध को कम करने और लोगों को यह भरोसा दिलाने की दोहरी चुनौती है कि बीजेपी कानून व्यवस्था के मुद्दे पर जेडीयू से बेहतर काम करती है.
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कांग्रेस ने सम्राट को घेरा
सम्राट जहां एक तरफ राज्य में कानून व्यवस्था को बेहतर करने की कोशिश में जुटे हैं. वहीं अब विपक्ष उन पर हमलावर है. बिहार कांग्रेस के एक नेता ने बयान जारी कर गृह मंत्री से सवाल किया है कि क्या यही वह कानून का राज है जिसका सम्राट और बीजेपी ने वादा किया है. इसके साथ ही कांग्रेस ने सम्राट पर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में नरमी बरतने का आरोप लगाया है.
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