प्रतिनिधि, नाला प्रखंड क्षेत्र के बंदरडीहा पंचायत अंतर्गत मोहजोड़ी गांव स्थित गिरिधारी मंदिर प्रांगण में चार दिवसीय अखंड हरिनाम संकीर्तन का शुभारंभ मंगलवार को हुआ. होली पर्व के शुभ अवसर पर आयोजित इस भव्य आयोजन में, बुधवार को पश्चिम बंगाल के नवद्वीप धाम से आईं प्रसिद्ध दूरदर्शन ख्याति प्राप्त बांग्ला कीर्तन गायिका गौरी राय पंडित ने अपने मधुर गायन से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूर्वराग लीला dh अत्यंत भावपूर्ण प्रस्तुति दी, से सुनकर देर रात तक श्रद्धालु भावविभोर होते रहे. गौरी राय पंडित ने चंडी दास, विद्यापति, गोविंद दास, बासुदेव घोष जैसे महान कवियों द्वारा रचित पदावली कीर्तन का संगीतमय वर्णन किया. उन्होंने अपने प्रवचन में कहा कि 84 लाख योनियों के बाद मनुष्य जन्म मिलता है, इसलिए इसे सार्थक बनाना हर व्यक्ति का कर्तव्य है. उन्होंने बताया कि सद्गुरु की शरण में जाकर भगवत सेवा करने से मन की समस्त पीड़ाएं समाप्त हो जाती हैं. सांसारिक कष्टों से मुक्ति का एकमात्र उपाय भगवत प्रेम, भगवत सेवा और जीव कल्याण है. कथा प्रसंग के दौरान उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने जीव मात्र को जीवन की सही दिशा देने के लिए विभिन्न लीलाएं की हैं. कलियुग में मनुष्यों की अल्पायु को देखते हुए उद्धार का सबसे सरल मार्ग हरिनाम संकीर्तन ही है. अतः प्रत्येक व्यक्ति को सद्कर्म, सद्विचार और सद्व्यवहार को अपनाना चाहिए. इस अवसर पर सैकड़ों भक्तों ने हरिकथा का श्रवण कर पुण्य अर्जित किया. यह परंपरा लगभग 55 वर्षों से भी अधिक समय से मोहजोड़ी, हदलबांक और खामार गांवों के सहयोग से दोल पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित की जाती रही है. कार्यक्रम में बड़वा सुंदरपुर, बाघमारा, पिंडारगड़िया, जगन्नाथपुर सहित आसपास के गांवों से आए श्रद्धालुओं की उपस्थिति से संपूर्ण क्षेत्र भक्तिमय हो गया. हरिकथा सुनने के लिए शाम होते ही श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ने लगी, जिससे पूरा वातावरण संकीर्तन के दिव्य रस में सराबोर हो गया.
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