प्रतिनिधि, जामताड़ा. स्वच्छ हरित विद्यालय पुरस्कार के लिए जिलास्तरीय चयन समिति की बैठक हुई. बैठक में स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रैंकिंग 2025 के लिए निर्धारित छह मानक-जल, शौचालय, साबुन से हाथ धोना, संचालन एवं अनुरक्षण, व्यवहार परिवर्तन एवं क्षमता निर्माण तथा मिशन लाइफ गतिविधियों पर चर्चा व समीक्षा की गयी. बैठक में समिति के सदस्य जिप अध्यक्ष राधा रानी सोरेन, सिविल सर्जन डॉ आनंद मोहन सोरेन, डीइओ चार्ल्स हेंब्रम, पीएचइडी के जेइ जमशेद आलम, शिक्षक विद्या सागर, सर्वेश्वर दर्वे व जीशु हेंब्रम उपस्थित रहे. एसएसए के एपीओ रश्मि एक्का और फील्ड मैनेजर वरुण कुमार ने ऑनलाइन पोर्टल से संबंधित डाटा उपलब्ध कराया. सभी सदस्यों ने विद्यालयों की प्रगति और उपलब्ध दस्तावेजों की जांच की. विस्तृत विचार-विमर्श के बाद समिति ने सर्वसम्मति से आठ विद्यालयों का चयन किया, जिन्हें विभिन्न श्रेणियों में आगे भेजे जाने के लिए अनुशंसित किया गया है. डीइओ ने कहा कि चयनित विद्यालय जिले के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है. अन्य विद्यालयों को भी इन मानकों पर उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा. बताया कि स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग अंतर्गत जिले के समस्त विद्यालयों की ओर से जल संरक्षण, शौचालय उपयोग, हाथ धुलाई, रख-रखाव, व्यवहार परिवर्तन, निर्माण एवं मिशन लाइफ गतिविधियों के आधार पर स्व-मूल्यांकन कर पोर्टल के माध्यम से आवेदन किया गया है. निर्धारित समयावधि तक जिले के विद्यालयों द्वारा पोर्टल पर स्व-मूल्यांकन कर पुरस्कार के लिए आवेदन किया गया है. विद्यालयों का चयनित मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा पुनः परीक्षण किया गया है. अंतिम चरण में जिलास्तरीय समिति ने छह ग्रामीण एवं दो शहरी विद्यालयों का चयन जिलास्तरीय पुरस्कार के लिए किया जा रहा है. इन्हीं आठ विद्यालयों का नामांकन राज्यस्तरीय पुरस्कार के लिए भेजा जायेगा.
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