Jamshedpur news. आदित्यपुर.
पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा स्थित बालिबा में गुरुवार की शाम घने जंगलों में बने सीआरपीएफ 26 बटालियन के शिविर पर वज्रपात होने से मृत बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी एमपी सिंह को शुक्रवार को आदित्यपुर स्थित सीआरपीएफ 157 बटालियन मुख्यालय शिविर में श्रद्धांजलि दी गयी. उन्हें पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई देने के लिए यहां आयोजित कार्यक्रम में सीआरपीएफ व झारखंड पुलिस के कई वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ बलिदानी एमपी सिंह की मणिपुर से आयी पत्नी व पुत्र ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर झारखंड पुलिस के एडीजी संजय आनंद लाटकर, झारखंड पुलिस के आइजी अभियान अमोल वेणुकार होमकर, झारखंड सीआरपीएफ चैप्टर आइजी साकेत सिंह, जगुआर डीआइजी अनूप बिरथरे, झारखंड जगुआर डीआइजी इंद्रजीत महथा, कोल्हान डीआइजी मनोज रतन चौथे, जिले के डीसी रविशंकर शुक्ल, जमशेदपुर एसएसपी किशोर कौशल, पश्चिम सिंहभूम एसपी आशुतोष शेखर, सरायकेला एसपी मुकेश लुनायत, जमशेदपुर ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग व सीआरपीएफ तथा पुलिस के कई पदाधिकारी उपस्थित थे. आइजी ऑपरेशन श्री होमकर ने कहा कि वज्रपात एक प्राकृतिक आपदा है. पुलिस व सीआरपीएफ जवानों का मनोबल काफी ऊंचा है. झारखंड में नक्सलवाद समाप्ति की ओर है. डीजीपी के नेतृत्व में नक्सलवाद की समाप्ति तक पुलिस निरंतर अभियान जारी रखेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है