Jamshedpur news.
टाटा कमिंस से मान्यता प्राप्त टीसी कर्मचारी यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष सह वर्तमान कमेटी मेंबर रामाकांत करुवा को यूनियन अध्यक्ष ने शो-कॉज कर 72 घंटे में जवाब मांगा है. उनसे पूछा गया है कि क्यों नहीं आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाये. रामाकांत करुवा पर टीसी कर्मचारी यूनियन विरोधी गतिविधियों में शामिल होने, व्हाट्सएप के माध्यम से यूनियन पदाधिकारियों को धमकी देने का आरोप है. मामला वेज रिवीजन समझौते के दौरान की है. पांच अगस्त 2023 को टीसी कर्मचारी यूनियन ने अगले आदेश तक के लिए कैंटीन और पैंट्री का बहिष्कार का निर्णय लिया था. 12 अगस्त 2023 को यूनियन ने सामूहिक तौर पर कैंटीन और पैंट्री बहिष्कार खत्म करने का निर्णय लिया. यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष पर आरोप है कि कार्यकारिणी समिति का सदस्य होते हुए भी यूनियन का सामूहिक निर्णय का विरोध करते हुए कैंटीन बहिष्कार को जारी रखा और यूनियन सदस्यों को यूनियन के निर्णय का विरोध करने के लिए भड़काने का कार्य किया. यूनियन के व्हाट्सएप ग्रुप पर नौ जून 2024 व 13 दिसंबर 24 को यूनियन के पदाधिकारियों को धमकी दी.यूनियन के चौथे पदाधिकारी होंगे रामाकांत, दो पदाधिकारी पहले ही हो चुके हैं निष्कासित
टाटा कमिंस की टीसी कर्मचारी यूनियन में विवाद बढ़ता जा रहा है. यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष रामाकांत करुवा चौथे पदाधिकारी हैं, जिन्हें यूनियन विरोधी कार्यों के लिए शो-कॉज नोटिस जारी की गयी है. इससे पहले यूनियन के सहायक सचिव धीरज कुमार, संयुक्त सचिव मनोज कुमार सिंह और पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष एहसान अहमद सिराजी को यूनियन विरोधी कार्यों में लिप्त बताते हुए शो-कॉज किया गया था. सहायक सचिव धीरज कुमार और संयुक्त सचिव मनोज कुमार सिंह को यूनियन से छह साल के लिए पहले ही निष्कासित कर दिया है, जबकि एहसान अहमद सिराजी का मामला विचाराधीन है. अब रामाकांत करुवा यूनियन के चौथे पदाधिकारी होंगे, जिन्हें यूनियन विरोधी कार्यों का आरोप लगाते हुए शो-कॉज किया गया है. मूलवासी रामाकांत करुवा की गिनती मुखर मजदूर नेताओं में होती है. यूनियन में एकमात्र मूलवासी नेता रामाकांत है.
दो पदाधिकारी हो चुके है कंपनी से बर्खास्त
टीसी कर्मचारी यूनियन के दो पदाधिकारी कंपनी से बर्खास्त हो चुके हैं. छह फरवरी को टाटा कमिंस कंपनी प्रबंधन ने मारपीट के एक मामले में टीसी कर्मचारी यूनियन के पूर्व सहायक सचिव चंद्रभूषण पांडेय को बर्खास्त कर दिया था. इससे पहले दिसंबर 2019 में मारपीट के एक मामले में प्रबंधन ने यूनियन के पूर्व महामंत्री अरुण सिंह को भी बर्खास्त कर दिया था. यूनियन में लगातार विवाद बढ़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है