मामला : लिंडे इंडिया कंपनी के दो कर्मियों को हटाने का
Jamshedpur News :
लिंडे इंडिया लिमिटेड (पूर्व में बीओसी इंडिया) प्रबंधन ने शुक्रवार को श्रम विभाग की सुनवाई के बाद दो श्रमिकों के लंबित बकाये का भुगतान करने पर सहमति जतायी. श्रम अधीक्षक 2 सत्येंद्र कुमार सिंह के समक्ष हुई सुनवाई में मजदूर नेता राजीव पांडे के हस्तक्षेप के बाद प्रबंधन ने भुगतान सुनिश्चित किया. जिसके बाद 20 दिसंबर को प्रस्तावित कंपनी का गेट जाम को राजीव पांडेय ने स्थगित करने की घोषणा की. मजदूर नेता राजीव पांडेय ने बताया कि सीरिप हेंब्रम और राणा प्रताप पिछले 8-10 वर्षों से कंपनी में संवेदक मेसर्स साईं इंजीनियरिंग के अधीन स्थायी प्रकृति का कार्य कर रहे थे. प्रबंधन ने काम कम होने का हवाला देकर बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया या नोटिस के उन्हें कार्य से मुक्त कर दिया था. इसे औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 का स्पष्ट उल्लंघन बताते हुए श्रम विभाग में ले गये. श्रम विभाग में सुनवाई के बाद कंपनी ने सीरिप हेंब्रम को 1.80 लाख रुपये और राणा प्रताप को 1.60 लाख रुपये का चेक प्रदान किया. इसमें वेतन, ओवरटाइम, ग्रेच्युटी, छंटनी मुआवजा और नोटिस पे की राशि शामिल है.मजदूर वर्ग की सामूहिक जीत : राजीव पांडे
मजदूर नेता राजीव पांडे ने कहा कि यह जीत सिर्फ दो श्रमिकों की नहीं, बल्कि पूरे मजदूर वर्ग की है. यदि मजदूर एकजुट होकर कानूनी तरीके से लड़ें, तो बड़े से बड़े प्रबंधन को जवाबदेह बनाया जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

