बहिष्कृत 118 संताल परिवार के साथ खड़ा है आदिवासी सेंगेल अभियान
Jamshedpur News :
डुमरिया प्रखंड के 118 संताल परिवार को आदिवासी संताल समाज के माझी बाबाओं के द्वारा सामाजिक बहिष्कार करना तुगलकी फरमान है. माझी बाबा संविधान और कानून का उल्लंघन कर मानवाधिकार का हनन कर रहे हैं. उक्त बातें शुक्रवार को आदिवासी सेंगेल अभियान के सेंगेल दिशोम परगना सोनाराम सोरेन ने करनडीह में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही. उन्होंने बताया कि आदिवासी सेंगेल अभियान बहिष्कृत परिवार के साथ न्याय के लिए खड़ा है.6 दिसंबर 2015 को आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू का भी माझी परगना धाड़ दिशोम पूर्वी सिंहभूम के अगुवाओं ने सामाजिक बहिष्कार कर दिया था. इसके खिलाफ पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में दो मुकदमा दर्ज किया है. एक मानहानि व दूसरा आपराधिक मामला का. जिसमें मानहानि का फैसला पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के पक्ष में 23 दिसंबर 2024 को आया. जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय ने इन लोगों को खिलाफ 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है एवं आपराधिक मुकदमा भी अंतिम चरण में है. उन्होंने बताया कि आदिवासी सेंगेल अभियान इस मुद्दा को लेकर 22 अप्रैल को उपायुक्त से मिलकर आदिवासी गांव में नशापन, अंधविश्वास, महिला विरोधी मानसिकता, वोट की खरीद-बिक्री को खत्म कर वंश परंपरा व्यवस्था में जनतांत्रिक सुधार, संविधान, कानून एवं मानव अधिकार लागू करने की पहल करेगी. संवाददाता सम्मेलन में झारखंड पोनोत सेंगेल परगना जूनियर मुर्मू, कोल्हान जोनल सेंगेल परगना कुनूराम बास्के, करनडीह सेंगेल माझी अर्जुन मुर्मू एवं गांधी बेसरा उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है