इंटर कॉलेजों पर लगी रोक, एडमिशन के लिए भटक रहे हैं अभिभावक और छात्र
संदीप सावर्ण, जमशेदपुर
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के मैट्रिक के रिजल्ट ने जहां पूर्वी सिंहभूम जिले के हजारों विद्यार्थियों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरी है, वहीं इंटर में दाखिले की बंद होती राहों ने उनके भविष्य पर सवालिया निशान लगा दिया है. जिले में न तो एक भी नया प्लस टू स्कूल शुरू हुआ और न ही बंद हो रहे इंटर कॉलेजों के विकल्प तलाशे गये. ऐसे में 20 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों के सामने आगे की पढ़ाई को लेकर गहरी चिंता खड़ी हो गयी है, जबकि शिक्षा विभाग अब भी गहरी नींद में है.जैक ने 27 मई को मैट्रिक का रिजल्ट जारी किया था. इसमें कोल्हान से 44,548 छात्र-छात्राएं सफल हुए. इसी बीच राजभवन के निर्देश पर राज्य के सभी इंटर कॉलेजों में एडमिशन पर रोक लगा दी गयी है. इससे ऊहापोह की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. विद्यार्थी यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि वे आगे की पढ़ाई कहां से करेंगे ? जिले में विद्यार्थियों के पास एडमिशन लेने के विकल्प काफी सीमित हो गये हैं. यहां सिर्फ 29 प्लस टू स्कूलों का संचालन होता है. इनमें कई सुदूर ग्रामीण इलाके में हैं.पिछले साल भी एडमिशन पर लगी थी रोक
पिछले साल भी सरकार ने इंटर कॉलेजों में एडमिशन पर रोक लगायी थी. लेकिन, बाद में सशर्त एडमिशन लेने की छूट दी गयी. साथ ही चेतावनी दी गयी थी कि इंटर कॉलेजों को बंद कर दिया जायेगा. लेकिन, इसके बाद भी शिक्षा विभाग द्वारा इसके लिए किसी प्रकार का कोई होमवर्क नहीं किया गया. एक भी स्कूल का प्लस टू में उत्क्रमण नहीं किया गया. न ही जिले से इसे लेकर एक प्रस्ताव भेजा गया.
जिले के 9 प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों का पद ही स्वीकृत नहीं
पूर्वी सिंहभूम में 29 स्कूलों का संचालन होता है, जहां 11वीं व 12वीं की पढ़ाई होती है. इनमें 20 स्कूलों में शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं. नौ स्कूलों को करीब एक साल पहले प्लस टू स्कूल में अपग्रेड किया गया, लेकिन इनमें अब तक शिक्षकों का पद स्वीकृत ही नहीं किया गया है. इस कारण वहां जुगाड़ ( हाई स्कूल के शिक्षकों से ) से पठन-पाठन चल रहा है.नामांकन को लेकर हर दिन कॉलेज पहुंच रहे विद्यार्थी
राज्य में 634 प्लस टू स्कूल हैं. इसके अलावा लगभग 291 इंटर कॉलेज हैं, जहां साइंस, आटर्स व कॉमर्स की पढ़ाई होती है. 10वीं पास विद्यार्थी अपनी पहली प्राथमिकता अंगीभूत कॉलेज को देते हैं. यही कारण है कि वे अपने एडमिशन के लिए लगातार अंगीभूत कॉलेज पहुंच रहे हैं. लेकिन यहां कोई भी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल रही है. कॉलेज प्रशासन द्वारा ठोस जवाब नहीं मिलने से विद्यार्थी निराश होकर लौट रहे हैं.पटमदा, जेकेएस व करीम सिटी में डिग्री से अलग है इंटर की व्यवस्था, बंट रहा है प्रॉस्पेक्टस
जेकेएस कॉलेज, पटमदा इंटर कॉलेज व करीम सिटी कॉलेज में इंटर के लिए डिग्री से अलग बिल्डिंग के साथ ही सारी व्यवस्था अलग है. यही कारण है कि करीम सिटी कॉलेज में इंटर की सीटों पर एडमिशन के लिए प्रॉस्पेक्टस दिया जा रहा है. करीम सिटी कॉलेज के प्रिंसिपल मो डॉ रेयाज ने बताया कि पूर्व में 10 जून तक चयनित बच्चों की सूची प्रकाशित की जानी थी, लेकिन उसे बढ़ा कर 19 जून कर दिया गया है. करीम सिटी कॉलेज में कटऑफ 80 प्रतिशत तय किया गया है.कॉलेज के पांच किमी परिधि वाले स्कूल की हो रही है मैपिंग
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्हें उक्त स्कूलों की मैपिंग करने को कहा है. जो उन इंटर कॉलेज के अगल-बगल हैं जहां एडमिशन लेने पर रोक लगायी गयी है. उक्त कॉलेज में एडमिशन लेने के इच्छुक संभावित बच्चे किस-किस स्कूल में एडमिशन ले सकते हैं, इस प्रकार के स्कूलों की मैपिंग कर सूची विभाग को भेजने को कहा गया है.
नैक से मान्यता के लिए इंटर को रखना है अलग
नैक से मान्यता लेने के लिए अंगीभूत डिग्री कॉलेज से इंटरमीडिएट को अलग रखना है. अलग प्राचार्य नियुक्त करना है. इसके अलावा डिग्री कॉलेज के शिक्षक भी इंटर में नहीं पढ़ायेंगे. अंगीभूत कॉलेजों में इंटरमीडिएट से लाखों रुपये की आमदनी भी है. इसे देखते हुए कई अंगीभूत कॉलेजों में अलग भवन नहीं रहने की स्थिति में इंटर की कक्षाएं सुबह में कर दी गयी हैं. वहीं लगभग 12 हजार रुपये में शिक्षक, आठ हजार रुपये में तृतीय वर्ग कर्मचारी व छह हजार रुपये में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी अनुबंध पर रखे गये हैं. अब तक इसी फाॅर्मूले पर इंटर का संचालन किया जा रहा था. लेकिन अब इसे पूर्ण रूप से बंद करने का निर्देश दिया गया है.इस साल सशर्त एडमिशन लिए जाने की मिल सकती है छूट
राजभवन ने आदेश दिया है कि इस साल से उन इंटर कॉलेजों में एडमिशन नहीं लेना है जो डिग्री कॉलेजों में संचालित हो रहे हैं. हालांकि, इसे लेकर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. सरकार के स्तर पर तीन सदस्यों की एक कमेटी बनायी गयी है. इस कमेटी द्वारा छात्रहित को लेकर हर एंगल पर मंथन किया जा रहा है. हालांकि, जैक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस सप्ताह एक अधिसूचना जारी की जा सकती है, जिसमें इंटर में इस साल अंतिम बार एडमिशन लिये जाने की छूट दी जा सकती है. जैक, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, विभागीय मंत्री व अन्य लोगों के साथ इस अहम मुद्दे पर मंथन किया जा रहा है.क्या कहते हैं जिम्मेदार
जिन्हें भी एडमिशन लेना है सरकारी प्लस टू स्कूल आयें, मिलेगा एडमिशन : माध्यमिक शिक्षा निदेशकमाध्यमिक शिक्षा निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि डिग्री कॉलेज में इंटर की पढ़ाई बंद करने का आदेश राजभवन के स्तर से स्तर से दिया गया है. यह स्कूली शिक्षा का मामला नहीं है, फिर भी मैं यह अवश्य कह सकता हूं कि मैट्रिक पास करने के बाद किसी भी छात्र-छात्रा को अगर कहीं एडमिशन नहीं मिल रहा है तो वे नजदीक के प्लस टू सरकारी स्कूल में एडमिशन लें, वहां सीटें उपलब्ध होने के साथ बेहतर शिक्षा दी जायेगी. कहीं किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है. जहां तक किसी स्कूल के उत्क्रमण की बात है तो अगर उपायुक्त की ओर से कोई प्रस्ताव आता है तो विभाग जरूर उस पर विचार करेगा.
वस्तुस्थिति की जायेगी समीक्षा : उपायुक्त
इस मामले में जल्द ही वस्तुस्थिति की गहराई से समीक्षा की जायेगी और संबंधित विभागों से आवश्यक रिपोर्ट मंगवाकर समुचित निर्णय लिया जायेगा, ताकि छात्रों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उनके भविष्य की पढ़ाई बाधित न हो.कर्ण सत्यार्थी, उपायुक्त, जमशेदपुर
कोल्हान में इन कॉलेजों में होती है इंटर की पढ़ाई
वीमेंस कॉलेजग्रेजुएट कॉलेज
वर्कर्स कॉलेजकरीम सिटी कॉलेज
को-ऑपरेटिव कॉलेजएसपी इंटर कॉलेज
एलबीएसएम कॉलेजएबीएम कॉलेज
जेकेएस कॉलेजघाटशिला कॉलेज
बहरागोड़ा कॉलेजटाटा कॉलेज चाईबासा
जेएलएन कॉलेज चक्रधरपुरमहिला कॉलेज चाईबासा
जीसी जैन कॉलेजकाशी साहू कॉलेज
श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेजराजेंद्र इंटर कॉलेज
जेजे गांधी मेमोरियल कॉलेजपिछले साल प्लस-टू में इन नौ हाई स्कूलों को किया गया उत्क्रमित
1. हाई स्कूल पारुलिया 2. उत्क्रमित हाई स्कूल चापड़ी3. उत्क्रमित हाई स्कूल हेंसरा4. हाई स्कूल भालकी5. उत्क्रमित हाई स्कूल जोड़सा
6. उत्क्रमित हाई स्कूल रसिकनगर7. हाई स्कूल माहुलिया8. उत्क्रमित हाई स्कूल केरूकोचा9. हाई स्कूल तिरिलडीह
जैक ने पिछले साल निम्न केटेगरी के कॉलेजों के लिए इतनी सीटें की थी निर्धारित1. स्थापना अनुमति प्राप्त इंटर कॉलेज- प्रत्येक संकाय में 1282. स्थायी प्रस्वीकृति प्राप्त इंटर कॉलेज- प्रत्येक संकाय में 384
3. डिग्री संबद्ध कॉलेज- प्रत्येक संकाय में 2564. अंगीभूत कॉलेज- प्रत्येक संकाय में 384फैक्टशीट
– पूर्वी सिंहभूम से कितने विद्यार्थी मैट्रिक में हुए पास- 20,477- पश्चिमी सिंहभूम के कितने विद्यार्थी मैट्रिक में हुए पास- 13,256– सरायकेला खरसांवा के कितने विद्यार्थी मैट्रिक में हुए पास – 10,815- पूर्वी सिंहभूम में कुल कितने इंटर कॉलेज का होता है संचालन- 11
– पूर्वी सिंहभूम में कुल कितने सरकारी प्लस टू स्कूल हैं- 29- जिले में डिग्री व इंटर दोनों अलग-अलग कितने कॉलेजों में होता है संचालन- 3– कोल्हान के करीब कितने विद्यार्थी एडमिशन को लेकर ऊहापोह में हैं – करीब 44,548
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