Jamshedpur News :
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने बुधवार को एमजीएम अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. उनके साथ डीटीओ धनंजय, नेशनल एजुकेशन प्रोजेक्ट के डायरेक्टर सह एमजीएम अस्पताल के नोडल ऑफिसर संतोष गर्ग, प्राचार्य डॉ डी हांसदा, अधीक्षक आरके मंधान व उपाधीक्षक डॉ नकुल चौधरी शामिल थे. उपायुक्त ने सबसे पहले अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया. इसके बाद बारी-बारी से अस्पताल के सभी वार्डों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से बातचीत की. उन्होंने मरीजों से पूछा कि अस्पताल के कर्मचारी, डॉक्टर व प्रबंधन से किसी प्रकार का कोई शिकायत तो नहीं है. समय पर दवा व खाना मिलता है या नहीं. इस पर मरीजों ने बताया कि दवा व खाना मिलता है. खाने की क्वालिटी भी बढ़िया रहता है. वहीं मेडिसिन के जरनल वार्ड में भर्ती मरीजों ने डीसी को बताया कि वार्ड में रात को कोई डॉक्टर नहीं रहते हैं. इस पर अधीक्षक ने उपायुक्त को बताया कि कई जरनल वार्ड में सामान्य मरीजों को ही रखा जाता है. वार्ड में नर्स हमेशा ड्यूटी पर रहती हैं. अगर किसी मरीज को कोई परेशानी होती है, तो तुरंत इमरजेंसी से डॉक्टर को बुला लिया जाता है.एक बेड पर दो-दो गर्भवती को रखने की शिकायत
गायनिक वार्ड में भर्ती महिलाओं ने डीसी को बताया कि एक बेड पर दो-दो महिलाओं को रखा जा रहा है. उपायुक्त ने जब अधीक्षक से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि गायनिक वार्ड में इस समय 60 बेड हैं. बेड की कमी के कारण कभी-कभी ऐसा किया जाता है. एक बेड पर दो वैसे लोगों को रखा जाता है, जिनका प्रसव नहीं हुआ है. प्रसव के बाद महिलाओं को एक ही बेड पर रखा जाता है. जमीन पर किसी गर्भवती को नहीं रखा जाता है. महिलाओं ने डीसी को बताया कि नर्स तो हमेशा रहती हैं. डॉक्टर भी देखने के लिए आते हैं. निरीक्षण के बाद उपायुक्त ने अस्पताल के सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने अस्पताल से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट हर दिन ले जाने, ऑक्सीजन प्लांट जल्द लगाने, शीतगृह की मरम्मत कराने के साथ अस्पताल में जो उपकरण की कमी है, उसकी निविदा निकाल कर जल्द से जल्द खरीदारी करने के लिए कहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

