संदीप सावर्ण
जमशेदपुर : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने जमशेदपुर दौरे के क्रम में गुरुवार को प्रभात खबर से बातचीत में प्रदेश व देश के राजनीतिक हालत के साथ कांग्रेस के संगठनात्मक मजबूती पर बात की. बातचीत में उन्होंने संकेत दिया कि अगर पार्टी आलाकमान चाहे तो वह विधानसभा चुनाव लड़ने से परहेज नहीं करेंगे.
चुनाव से पूर्व तोड़फोड़ की रणनीति पर डाॅ अजय ने संकेत दिया कि भाजपा के चार आदिवासी विधायक उनके संपर्क में है और कुछ अन्य से भी बात चल रही है. डॉ अजय ने आगामी रणनीति का भी खुलासा बातचीत में किया.
सवाल : प्रियंका की राजनीति में इंट्री को किस रूप में देखते हैं. पूर्वांचल का असर बिहार व झारखंड पर कितना पड़ेगा ?
जवाब : प्रियंका जी के पार्टी में इंट्री का असर न सिर्फ पूर्वांचल बल्कि पूरे देश पर पड़ेगा. क्योंकि उनकी बातचीत की शैली लोगों को कनेक्ट करती है. आप देखना उत्तर प्रदेश, बिहार व झारखंड में चुनाव का परिणाम चौंकाने वाला होगा.
सवाल : झारखंड में सीट बंटवारे को लेकर अब तक सस्पेंस बरकरार है, आखिर कहां मामला अटका है ?
जवाब : झारखंड में हमारा गठबंधन झामुमो, झाविमो, राजद व वाम दल के साथ हो गया है. सीट बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं है. बस कुछ सीटों पर अंतिम दौर में बातचीत चल रही है. वैसे सच तो यह है कि यह मामला आरपीएन सिंह जी अौर राहुल जी के स्तर से तय होता है. मैं सिर्फ इनपुट देता हूं.
सवाल : आपने कहा कि मैं सिर्फ इनपुट देता हूं तो आपने अब तक क्या इनपुट दिया है, आपके इनपुट के अनुसार कांग्रेस को लोकसभा की कितनी सीटें मिलने जा रही है?
जवाब : महागठबंधन की सभी पार्टियों से हमारी बात हुई है. हम अधिकतम 9 अौर न्यूनतम 7 सीट पर लड़ने की तैयारी में है. इन दोनों के बीच बातचीत चल रही है. उम्मीद कीजिए कि 31 जनवरी तक सब फाइनल हो जायेगा.
सवाल : महागठबंधन के अन्य दल चाहते हैं कि विधानसभा चुनाव की सीटें भी अभी ही तय कर ली जाये, इस पर क्या चल रहा है. क्या कहीं किसी बात को लेकर अविश्वास है क्या ?
जवाब : अविश्वास नहीं है. सभी पार्टी के अपने-अपने कार्यकर्ता होते हैं, सबकी इच्छा चुनाव लड़ने की होती है. वे लगातार मेहनत कर रहे होते हैं. इसी वजह से सभी दल यह चाहते हैं कि पूर्व में ही विधानसभा चुनाव की भी सीटें तय कर ली जाये, ताकि आगे चल कर कोई दिक्कत न हो.
सवाल : आपके लोकसभा चुनाव क्षेत्र को लेकर सस्पेंस की स्थिति है, क्या आप जमशेदपुर लोकसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं ?
जवाब : जब गठबंधन होता है तो काफी कुछ देखना पड़ता है. जमशेदपुर के लोगों से मुझे प्यार है. इस शहर के लोगों ने मुझे काफी कुछ दिया है. इनके कर्ज को कभी नहीं उतार सकूंगा. लेकिन अगर गठबंधन में जमशेदपुर सीट जेएमएम के पास जाती है तो गठबंधन धर्म निभाने के कारण मुझे यह सीट छोड़नी पड़ सकती है. इस स्थिति में मैं किसी दूसरी सीट से चुनाव लड़ूंगा.
सवाल : यह भी चर्चा है कि राजस्थान में सचिन पायलट की तरह आप भी लोकसभा सीट छोड़ कर विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा बनेंगे. इसमें क्या सच्चाई है. क्या आप विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, अगर लड़ेंगे तो कौन सी सीट से?
जवाब : मैं पार्टी का सिपाही हूं. अगर पार्टी आलाकमान मुझे विधानसभा चुनाव लड़ने को कहती है तो मैं अवश्य विधानसभा चुनाव लड़ूंगा. जहां तक सीट का सवाल है तो मैंने यह अभी तय नहीं किया है. लेकिन कोल्हान हमेशा मेरे दिल के करीब रहा है, मैं कोल्हान की ही किसी सीट से चुनाव लड़ूंगा.
सवाल : यह भी चर्चा है कि विधानसभा चुनाव आप पूर्वी विधानसभा सीट यानी मुख्यमंत्री रघुवर दास की सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं ?
जवाब : मुझे सांसद बनाने में यूं तो पूरे जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र की जनता ने प्यार दिया था. जाहिर तौर पर जमशेदपुर पूर्वी की जनता ने भी आर्शीवाद दिया था. पूर्वी के बारे में अभी तय नहीं किया हूं लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जी व झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह जी ने जरूरत महसूस किया तो जिस सीट पर वे आदेश करें, लड़ लूंगा.
सवाल : लोकसभा व विधानसभा से पहले पार्टियों में तोड़फोड़ भी मच गयी है. पिछले दिनों गीता कोड़ा को पार्टी में ज्वाइन कराया गया, अब अगला टारगेट कौन है ?
जवाब : अभी कई लोगों के साथ बातचीत चल रही है. भाजपा के 4 आदिवासी विधायक संपर्क में हैं. झारखंड में आदिवासियों के साथ जिस प्रकार का व्यवहार किया गया है, उससे वे नाराज हैं. उनके साथ बातचीत लगभग अंतिम चरण में है. उनके अलावा 3 जेनरल व 3 एससी विधायकों के साथ भी बातचीत चल रही है.