हजारीबाग. जिले में एक अविवाहित लड़की के मां बनने का मामला सामने आया है. दसवीं की यह छात्रा पिछले दो वर्षों से एक युवक के साथ प्रेम संबंध में थी. इसी दौरान वह गर्भवती हो गयी. पीड़िता के अनुसार, गर्भ ठहरने के बाद प्रेमी ने उस पर गर्भपात कराने का दबाव बनाया और दवा भी दी, लेकिन गर्भपात नहीं हुआ. परिस्थितियों का सामना करते हुए उसने बच्चे को जन्म दिया. इसके बाद युवक उसे अपने साथ घर ले जाने पहुंचा, लेकिन छात्रा ने मना कर दिया. कहा कि प्यार तो किया, लेकिन बच्चा कैसे पालोगे. जब जिम्मेदारी का समय आया, तब तुमने साथ छोड़ने की कोशिश की. उसके इस निर्णय ने आसपास के लोगों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया. इस मामले को लेकर दोनों परिवारों में विवाद भी हुआ. अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना सदर थाना को दी. अस्पताल सूत्रों के अनुसार मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. सोमवार को जच्चा और बच्चा को अस्पताल प्रबंधन ने छुट्टी दे दी. इस घटना ने समाज में किशोरियों की संवेदनशील स्थिति, सुरक्षित संबंधों की जागरूकता और युवाओं में जिम्मेदारी की कमी को उजागर किया है.
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