बड़कागांव. कर्णपुरा कॉलेज के एनएसएस के तत्वावधान में भारतीय संविधान विषय पर सेमिनार का आयोजन हुआ. प्राचार्य डॉ कीर्तिनाथ महतो ने कहा कि भारत का संविधान विश्व का सबसे विस्तृत एवं सर्व समावेशी संविधानों में से एक है. डॉ निरंजन प्रसाद नीरज ने कहा कि डॉ भीमराव आंबेडकर ने भारत को संविधान के रूप में एक अमूल्य भेंट की. उन्हें भारतीय संविधान का शिल्पकार कहा जाता है. 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा ने संविधान को स्वीकार किया तथा 26 जनवरी 1950 को पूरे भारतवर्ष में संविधान लागू हुआ. प्रो फजरूद्दीन ने कहा कि संविधान हमें स्थिरता और दिशा प्रदान करता है, भारत के सभी नागरिकों चाहे वह किसी भी जाति, धर्म, वर्ग या समुदाय के हों, समान अवसर प्रदान करता है. डॉ सुरेश महतो ने कहा कि संविधान दिवस केवल एक तिथि भर नहीं है बल्कि भारतीय लोकतंत्र की आत्मा को याद करने का अवसर है. यह हमें याद दिलाता है कि हमारे संविधान द्वारा स्थापित सिद्धांत स्वतंत्रता, समानता, न्याय और बंधुत्व राष्ट्र की एकता और प्रगति की आधारशिला हैं. मौके पर थाना प्रभारी ओपी सीकरी, पवन कुमार, प्रो नरेश कुमार दांगी, डॉ अन्नु कुमारी, प्रो ऋतुराज, प्रो रंजीत प्रसाद, डॉ ललिता कुमारी, डॉ चंद्रशेखर राणा, प्रो रामकिशोर प्रसाद दांगी, प्रो लालदेव महतो, डॉ सनवीर कुमार, नेमधारी राम, अनिता देवी, शिक्षकेतर कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.
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