हजारीबाग. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 29 घंटे बाद बुधवार की दोपहर लगभग दो बजे बिजली आपूर्ति सामान्य हुई. डीवीसी (दामोदर वैली कॉरपोरेशन) द्वारा लोड शेडिंग की वजह से सदर, दारू, टाटीझरिया, विष्णुगढ़, बरही, बड़कागांव और केरेडारी प्रखंड में 25 नवंबर की सुबह नौ बजे से बिजली संकट उत्पन्न हो गया था. बिजली बाधित होने से ग्रामीण क्षेत्रों में त्राहिमाम की स्थिति बन गयी थी. मोटर पंप नहीं चलने से पानी की किल्लत, मोबाइल चार्जिंग में परेशानी के अलावा दैनिक कार्यों पर भी व्यापक असर दिखा. डीवीसी द्वारा 25 नवंबर को सिंदूर ग्रिड के सर्किट 1, 2 और 5 में प्रतिबंधित बिजली आपूर्ति देने की घोषणा की गयी थी. शाम पांच बजे तक बिजली बहाल करने की बात कही गयी थी, लेकिन अचानक बीटीपीएस के ट्रांसफॉर्मर में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण बिजली बहाली का कार्य बाधित हुआ. पूरे जिले की बिजली व्यवस्था चरमरा गयी. रात में बरही और विष्णुगढ़ क्षेत्र भी प्रभावित हुआ. विद्युत आपूर्ति की कमी के कारण डीवीसी ने हजारीबाग जिले को 130 मेगावाट की जगह केवल 25 से 50 मेगावाट ही बिजली उपलब्ध कराया. जिसके कारण ग्रामीण इलाकों में स्थिति और गंभीर हो गयी. 29 घंटे बाद जब बिजली बहाल हुई, तब लोगों ने राहत की सांस ली. फिर भी ग्रामीणों में डीवीसी और बिजली विभाग के प्रति नाराजगी बनी हुई है. लोगों ने स्थायी समाधान की मांग की है.
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