बड़कागांव. बारिश शुरू होने के साथ ही स्वादिष्ट जामुन गांवों से बाजार में पहुंचने शुरू हो गये है. जामुन का सीजन डेढ़ माह तक रहेगा. ज्यादा बारिश होने पर पेड़ से जामुन के फल झड़ जा रहे है. जामुन तोड़ने व चुनने के लिए गर्मी की छुट्टी के इन दिनों बच्चों को जामुन के पेड़ के नीचे हमेशा देखा जा रहा है. ग्रामीण भी जामुन को जंगल से लाकर बाजारों में बेचने लगे हैं. नकुल महतो ने कहा कि इस सीजन में जामुन पहली बार पहुंचा है. जामुन की हमेशा अच्छी मांग रहती है. ग्रामीणों को जामुन की बिक्री से अच्छी आमदनी हो जाती है. बड़कागांव के लोकुरा, भुरकुंडवा जंगल, पंकरी बरवाडीह जंगल, डुमारो, बथनिया, लोटबागी, गोंदलपुरा, राउतपारा, जोराकाठ, गाली, बलोदर, लुरंगा, नापो बरवनिया, चोरका, पंडरिया क्षेत्र में जामुन के पेड़ पाये जाते है.
जामुन में है औषधीय गुण
वैद्य अरुण महतो के अनुसार जामुन में औषधीय गुण पाया जाता है. जामुन का फल, बीज के साथ इसका पत्ता भी काफी उपयोगी है. पेड़ के डंठल से दातुन भी करते हैं. जामुन का फल शुगर बीमारी को नियंत्रित करता है. जामुन को शरीर के लिए बेहद लाभकारी बताया गया है. मगर इसका बीज उससे भी ज्यादा लाभदायक है. इसके लिए आप पके हुए जामुन खाने के बाद उसके बीज को इकट्ठा कर लें. इसके बाद दो तीन दिन तक इसे धूप में अच्छी तरह सुखा लें. इसे पीसकर पाउडर बना लें. इसका इस्तेमाल आप साल भर कर सकते है. ये डायबिटीज और मधुमेह जैसे रोग के लिए रामबाण इलाज है. इसका प्रतिदिन पानी के साथ सुबह और शाम दो से पांच ग्राम तक सेवन करें.
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