हजारीबाग. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने आइसेक्ट विश्वविद्यालय हजारीबाग को डिफॉल्टर सूची से हटा दिया है. यूजीसी द्वारा जारी सूची में विश्वविद्यालय का नाम शामिल नहीं है. संस्थान ने उच्च शिक्षा से संबंधित सभी मानकों, नियमों और दिशा-निर्देशों का पूर्णतः पालन किया है. कई अभिभावक और विद्यार्थी विश्वविद्यालय की स्थिति को लेकर असमंजस में थे. लेकिन अब आयोग की संशोधित सूची आने के बाद आइसेक्ट विश्वविद्यालय ने अपनी साख और विश्वसनीयता को एक बार फिर सिद्ध कर दिया. उक्त जानकारी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने दी. उन्होंने कहा कि आइसेक्ट विश्वविद्यालय ने हमेशा से यूजीसी के मानकों, दिशा-निर्देशों और नियमों का पालन किया है. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण, व्यावहारिक और रोजगारोन्मुख उच्च शिक्षा प्रदान करना है. उन्होंने विश्वविद्यालय के प्राध्यापक-प्राध्यापिकाओं, कर्मचारियों और प्रशासनिक टीम की निरंतर मेहनत, पारदर्शिता और उच्च शिक्षा के प्रति समर्पण को अहम बताया. कहा कि यूजीसी की डिफॉल्टर सूची से नाम हटना प्रशासनिक उपलब्धि नहीं, बल्कि यह हमारे विश्वविद्यालय की विश्वसनीयता और गुणवत्ता की पुष्टि है. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने समय-समय पर यूजीसी की सभी आवश्यक जानकारियां, दस्तावेज और अनुपालन रिपोर्टें जमा की. जिसके बाद आयोग ने समीक्षा कर यह निर्णय लिया.
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