वाहन एग्रीमेंट, जीवन बीमा सहित कई कागजात हाथ लगे हैं
गिद्दी(हजारीबाग) : एनआइए की टीम की जांच से मुंगेर के साथ-साथ गिद्दी भी एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. मुंगेर में एके-47 बरामदगी के बाद से ही इसका तार गिद्दी से जुड़ गया है. मुंगेर का कुख्यात हथियार तस्कर मंजर आलम उर्फ मंजी गिद्दी में अपने साला मोनाजिर हसन उर्फ लक्की के क्वार्टर में आना-जाना करता था.
जब मुंगेर पुलिस मंजर आलम को खोज रही थी, तब वह यहीं छुपा हुआ था. बाद में यहां से वह फरार हो गया. मुंगेर पुलिस मंजर को गिरफ्तार करने पहुंची, तो वह नहीं मिला. मुंगेर पुलिस मोनाजिर हसन उर्फ लक्की को अक्तूबर के प्रथम सप्ताह में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
कुख्यात हथियार तस्कर की भी गिरफ्तारी पटना से हुई थी. इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कई जानकारी मिली है. इसके आधार पर पहले मुंगेर पुलिस और अब एनआइए की टीम कई बिंदुओं पर जांच कर रही है. एनआइए की टीम बुधवार को मोनाजिर हसन उर्फ लक्की के क्वार्टर में कागजात को खंगाला है. एनआइए की जांच से यह पता चल रहा है कि कुख्यात हथियार तस्कर मंजर आलम व उसका साला मोनाजिर हसन की परेशानी आने वाले दिनों में और भी बढ़ सकती है. यह बात जाहिर हो चुकी है कि कुख्यात हथियार तस्कर मंजर आलम उर्फ मंजी के पैसे का सारा देखरेख मोनाजिर हसन उर्फ लक्की ही करता था. वैसे वह यहां पर मंजर आलम फर्म के नाम पर कोयले का कारोबार भी करता था.
इससे उसने करोड़ों की कमाई की थी. मोनाजिर हसन के जब्त लेपटॉप से कई जानकारियां मुंगेर पुलिस को हाथ लगी है. मुंगेर पुलिस व एनआइए टीम को जांच से इस बात की जानकारी मिली है कि कुख्यात हथियार तस्कर झारखंड के कई जगहों पर हथियार की तस्करी की है. यह हथियार नक्सलियों व कोयला माफिया को भी दिया गया है. एनआइए की टीम इस पर अपनी जांच फोकस कर रही है. एनआइए की टीम को मोनाजिर हसन उर्फ लक्की के क्वार्टर में जो कागजात हाथ लगे हैं, उससे एनआइए की टीम भी हैरत में पड़ गयी है.
मोनाजिर हसन उर्फ लक्की के तीन डंपर थे. उन डंपरों के बिक्री के एग्रीमेंट कागजात हाथ लगे हैं. बिक्री व खरीदारी में मोनाजिर हसन का कहीं नाम अंकित नहीं है, लेकिन कागजात मोनाजिर हसन के पास है. एनआइए की टीम को एक महत्वपूर्ण कागजात हाथ लगा है. उस कागजात में लिखा हुआ है कि मोनाजिर हसन के कहने पर हमने मंजर आलम उर्फ मंजी के खाते में पैसा डाल दिया है. कागजात में लाखों लेन-देन के अंकित है.
कागज के उपर ओम लिखा हुआ है. क्या ओम कोड शब्द है या कुछ और. एनआइए की टीम इसकी गहनता से जांच कर सकती है. एनआइए की टीम को एक थैला में आधा भरा हुआ एक व दो रुपये के सिक्के मिले, लेकिन इसे टीम ने नहीं लिया. जीवन बीमा से संबंधित कागजात तथा रेडमी-5ए व रियलमी सी-1 मोबाइल के डब्बे हाथ लगे हैं. इसके अलावा टीम ने कई कागजात को जब्त किया है.