विनय पाठक, विष्णुगढ़ : प्रखंड प्राकृतिक संसाधनों का धनी है. 2018 की विदाई और 2019 के आगमन के स्वागत को लेकर यहां की मनोरम वादियां तैयार है. यहां के पर्यटन स्थलों पर नये साल पर बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचेंगे और पिकनिक स्पॉट पर न्यू इयर सेलिब्रेट करेंगे.
जंगलों, पहाड़ों, नदियों और झरनों से परिपूर्ण विष्णुगढ़ में कई पिकनिक स्पॉट हैं. कोनार डैम, जमुनिया डैम, उरगी डैम, चंदरू फॉल, मां बागेश्वरी मंदिर समेत कई बड़े-छोटे पिकनिक स्पॉट पर सैलानी पहुंचेंगे.
कोनार डैम: प्रखंड मुख्यालय से 11 किमी दूर विष्णुगढ़-गोमिया पथ पर स्थित है कोनार डैम. इनकी प्राकृतिक छटा को देख लोग खींचे चले आते हैं. हजारीबाग में कोनार महोत्सव का भी आयोजन होता है. यहां सैलानियों के लिए पार्क बना हुआ है. यहां कई फिल्मों का शूटिंग भी हो चुकी है. कोनार डैम लंबा-चौड़ा परिधि में फैला हुआ है. पिकनिक पार्क के अलावा आसपास के मनोरम दृश्य को देखने के लिए भी लोग जुटते हैं.
जमुनिया डैम: यह प्रखंड मुख्यालय से सटे जमुनिया नदी पर बना हुआ डैम है. यह भी विष्णुगढ़-गोमिया पथ पर स्थित है. इसके एक तरफ जंगल है. वहीं कुछ भाग मैदानी भाग की खूबसूरती देखते ही बनती है. लोग यहां पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. काफी संख्या में लोगों की भीड़ यहां लगती है.
उरगी डैम: उरगी डैम प्रखंड मुख्यालय से चार किमी दूरी पर जमुनिया नदी पर बना है. यह विष्णुगढ़-हजारीबाग पथ पर अवस्थित है. इस डैम पर स्थानीय लोग काफी संख्या में पिकनिक मनाने पहुंचते हैं.
चंदरु फॉल: प्रखंड मुख्यालय से 15 किमी की दूरी पर विष्णुगढ़-गोमिया पथ के किनारे अवस्थित है. यह जगलों से घिरा हुआ क्षेत्र में है. यहां नदी की कल कल धारा लगभग 60 फीट की ऊंचाई नीचे गिरती है. यहां की मनोरम वादियों को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. चिड़ियों की चहचहाहट से लोगों को सुकुन मिलता है.
बागेश्वरी मंदिर: यह मंदिर प्रखंड मुख्यालय से सात किमी की दूरी पर बनासो में अवस्थित है, जो विष्णुगढ़-गोमिया रोड पर है. यह धार्मिक स्थल है. मंदिर का नवनिर्माण महाराष्ट्र के कुशल कारीगरों ने किया है. मंदिर के सामने बड़ा सा तालाब लोगों को आकर्षित करता है. वर्ष के पहले दिन यहां पिकनिक मनानेवालों की भीड़ लगी रहती है.
आधी-अधूरी योजनाओं से कैसे होगा जिले का विकास
हजारीबाग जिले में कई योजनाएं अधूरी पड़ी हैं. इस वर्ष भी कई बड़ी योजनाएं पूरी नहीं हुई. योजनाओं की कार्यावधि पूरा होने के बावजूद िकसी का काम पूरा नहीं हुआ, वहीं कई महत्वपूर्ण व बड़ी योजनाएं अधर में लटकी हुई हैं. इन योजनाओं का काम समय पर पूरा नहीं होने से यहां के लोगों को इन सुिवधाओं का लाभ नहीं िमल पा रहा है.
कई एक योजनाओं को पूरा करने का आश्वासन तो सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने िदया था, पर वह भी अबतक पूरा नहीं हो सका है. इन्हीं में से कुछ ऐसी योजनाएं, जो आश्वासन के बावजूद भी पूरा नहीं हुई हैं, उन्हीं योजनाओं पर नजर डालता यह िवशेष िरपोर्ट.
