– प्रबंधन शिक्षा समिति के लोग भी घेरा डालो, डेरा डालो में हुए शामिल
– समिति के अध्यक्ष ने पारा शिक्षकों को दी आर्थिक सहायता
संजय सागर@बड़कागांव
समान काम, समान वेतन की मांग को लेकर पारा शिक्षकों का आंदोलन अब धीरे-धीरे आम जनता के आंदोलन का रूप धारण करती जा रही है. पारा शिक्षकों के आंदोलन का समर्थन प्रबंधन शिक्षा समिति, छात्र संगठन, मनरेगा कर्मी, टेट पास अभ्यर्थीगण करने लगे हैं. यह समर्थन तब देखने को मिला जब केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत सिन्हा के आवास ऋषभ वाटिका के समक्ष एकीकृत पारा शिक्षक संघ ‘घेरा डालो डेरा डालो’ अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे थे.
इस आंदोलन में चुरचू प्रखंड के ग्राम अंगों के प्रबंधन शिक्षा समिति के अध्यक्ष नकुल महतो के नेतृत्व में समिति लोग धरने में शामिल होकर पारा शिक्षकों को हौसला बढ़ाया. इतना ही नहीं शिक्षा समिति के अध्यक्ष नकुल महतो ने पारा शिक्षकों को भोजन सामग्री एवं जेल में बंद पारा शिक्षकों की रिहाई के लिए आर्थिक मदद की.
इस दौरान श्री महतो ने कहा कि सरकार की दोहरी नीतियां हम लोग भी समझते हैं. क्योंकि सरकार पारा शिक्षकों एवं सरकारी शिक्षकों से एक समान काम लेती है, लेकिन उन्हें समान वेतन नहीं दे रही हैं. यह मानसिक और शारीरिक शोषण किया जा रहा है. इस शोषण के खिलाफ की लड़ाई में हम समिति के लोग पारा शिक्षकों के साथ हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा घोषणा किया गया कि पारा शिक्षकों की हड़ताल में चले जाने के कारण टेट पास अभ्यर्थियों को नये पारा शिक्षक के रूप में बहाल करने का ज्ञापन निकला है. लेकिन हम समिति के लोग वादा करते हैं कि हम लोग बहाली नहीं लेंगे. आप सभी पारा शिक्षकों की मान-सम्मान और हक व अधिकार की लड़ाई में हम साथ हैं.
समारोह में प्रबंधन शिक्षा समिति के अध्यक्ष व सदस्यों को पहुंचने पर पारा शिक्षकों ने समिति के नाम जय जयकार लगाया और उनका विशेष तालियों के साथ स्वागत किया. प्रबंधन समिति के सदस्यों व शिक्षा अध्यक्षों का साथ पाकर पारा शिक्षकों में उत्साह व उमंग देखा गया.

