दारू: दारू प्रखंड के बडवार बिरहोर टंडा की स्थिति बारिश के बाद और दयनीय हो गयी है. बिरहोर टंडा गांव के कई घरों में पानी घुस जाने से बिरहोरों का जीना दुभर हो गया है. घरों में पानी घुस जाने के बाद कई बिरहोर परिवार दूसरे स्थानों पर शरण लिये हुए है.
ज्ञात हो कि बिरहोर टंडा गांव में दो दर्जन से अधिक परिवार रहते हैं. बिरहोरों को रहने के लिए सरकार की ओर से बिरसा आवास के तहत घर आवंटित है, लेकिन इसकी स्थिति जर्जर है. इधर, पिछले साल बिरहोरों को 17 नये आवास बनाने की स्वीकृति जिला प्रशासन ने दी है, लेकिन एक साल गुजर जाने के बाद भी आवास अधूरा पड़ा है. प्रत्येक आवास के लिए एक लाख रुपया खर्च होना है.
राशि की निकासी: बिरहोरों के लिए 20 आवासों की स्वीकृति जिला प्रशासन ने दी है. आवास बीडीओ की देखरेख में पूरा होना है. आवास निर्माण की राशि सीधे लाभुक के खाते में जमा होना है. उसके बाद निर्माण कार्य किया जाता है. इनमें से 17 आवास बनना शुरू हुआ है. सभी आवास अधूरे हैं. सात आवास छत लेबल तक पूरा हो गया है, जबकि नौ आवास लिंटन लेवल से नीचे है. एक आवास डीपीसी तक बना कर छोड़ दिया गया है. सभी आवासों के लिए प्रखंड कार्यालय की ओर से 5.82 लाख रुपये का भुगतान किया गया है. बिचौलिये के माध्यम से आवास बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई.
क्या कहते हैं बिरहोर
दरबारी बिरहोर: लाभुक दरबारी बिरहोर ने बताया कि उनका नया घर बना नहीं. आधा-अधूरा बना कर छोड़ दिया गया है. पुराने घर में बारिश का पानी भरा है. रहनेवाले काफी असुविधा हो रही है. कई लोग घर छोड़ कर दूसरी जगह रह रहे हैं. प्रखंड से घर बनाने के लिए ठेकेदार ने पैसा ले लिया है. उन्हें रहने में परेशानी हो रही है.
आवास निर्माण की राशि लाभुकों के खाते में भेजी जा रही है. यदि लाभुक से कोई बिचौलिया ने पैसा ले लिया है, तो इसकी जांच की जायेगी. दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
सीमा कुमारी, बीडीओ