गुमला. गुमला की कोटाम पंचायत स्थित लूटो बरटोली के धर्मकुड़िया सभागार में आदिवासियों की बैठक ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में हुई. इसमें मुख्य रूप से ऑल झारखंड आदिवासी छात्र संघ के केंद्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार भगत, गुमला जिलाध्यक्ष महावीर उरांव, गुमला उत्तरी क्षेत्र के जिला परिषद तेतरू उरांव शामिल हुए. बैठक में कहा गया कि बीते दिनों ग्राम लूटो बरटोली की आदिवासी बच्चियां जलावन के लिए सूखी लकड़ी सिर पर रख घर आ रही थी. परंतु 40-45 आदिवासी बच्चियों को बीच जंगल के रास्ते में रोक कर वन विभाग के वनरक्षी व गार्ड द्वारा हाथापाई कर पारंपरिक टांगा को लूट कर गाली-गलौज व धक्का मुक्की की गयी है. आदिवासियों को नीचा दिखाने वाले शब्दों का प्रयोग वनरक्षी द्वारा किया गया. एक युवक के साथ मारपीट की और धमकी देते हुए कहा कि कोई भी आदिवासी जंगल में जलावन के लिए लकड़ी लाने नहीं आयेगा. नहीं तो दौड़ा दौड़ा के मारना पीटना चालू कर देंगे. अशोक भगत ने कहा है कि आदिवासी बच्चों को जेल भेजने की धमकी देने के मामले को आछासं ने गंभीरता से लिया है. लोगों को एकजुट होकर वन विभाग के वनरक्षी व गार्ड पर कार्रवाई की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे. आदिवासी छात्र संघ जिला प्रशासन, उपयुक्त गुमला, आरक्षी अधीक्षक गुमला, डीएफओ गुमला को लिखित शिकायत की जायेगी. लड़कियों के साथ अभद्र व्यवहार को लेकर आंदोलन करेंगे.
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