गुमला. तीन फरवरी 2025 से शुरू होने वाली मैट्रिक व इंटर बोर्ड की परीक्षा की तैयारियों को लेकर उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने मंगलवार को जिले के सभी विद्यालयों के प्रधानों से ऑनलाइन बैठक की. इसमें जिला शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारी भी शामिल हुए. बैठक में बताया गया कि पिछले माह जिला स्तर पर नवाचारी तरीके से आयोजित मॉक टेस्ट के नतीजों ने चिंता पैदा की है. कक्षा 10 में एक हजार से अधिक विद्यार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए, जबकि 1574 छात्र अत्यंत निम्न प्रदर्शन के कारण रेड जोन में रखे गये हैं. इस प्रकार कक्षा 12 के मॉक टेस्ट में 5000 से अधिक विद्यार्थियों की उपस्थिति रही, जिसमें 500 से अधिक छात्रों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं पाया गया. उपायुक्त ने इन आंकड़ों को गंभीर मानते हुए कहा कि आने वाले दिनों में इन सभी कमजोर विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देना प्रत्येक विद्यालय की प्राथमिक जिम्मेदारी होगी. उपायुक्त ने रेमेडियल कक्षाओं की निरंतरता व कोर टीम द्वारा भेजी जा रही दैनिक अभ्यास प्रश्नों के नियमित अभ्यास व सभी विषयों के महत्वपूर्ण बिंदुओं की व्यवस्थित पुनरावृत्ति अनिवार्य रूप से कराने की बात कही. उपायुक्त ने कहा कि खराब परिणाम पर सख्त कार्रवाई और बेहतर कार्य पर सम्मानित किया जायेगा. कहा कि बोर्ड परीक्षा में खराब परिणाम देने वाले विद्यालयों पर ठोस व कठोर कदम उठाये जायेंगे, जिसमें सरकारी शिक्षकों के वार्षिक इंक्रिमेंट पर रोक, संविदा शिक्षकों की सेवा समाप्ति, निजी व स्थापना स्वीकृति प्राप्त विद्यालयों की मान्यता की पुनर्समीक्षा तथा अनुदान पर रोक जैसे प्रावधान शामिल होंगे. उपायुक्त ने घोषणा की कि जो विद्यालय बेहतर प्रदर्शन करेंगे, उनके शिक्षकों को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जायेगा. उपायुक्त ने सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षकों के हाथों में बच्चों का भविष्य है. कहा कि सभी शिक्षक अपने स्कूल के बच्चों को अपना मान कर अपनी जिम्मेदारी निभायें.
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