रायडीह. प्रखंड के पहले प्रमुख व नवागढ़ पतराटोली दुर्गा पूजा समिति के संस्थापक बसंत कुमार लाल का निधन हो गया. वे पिछले कई महीनों से अस्वस्थ थे. उनका इलाज गुमला के निजी अस्पताल में चल रहा था, जहां बीते मंगलवार की रात उनका निधन हो गया. निधन की खबर मिलते रायडीह प्रखंड के गांव-गांव में शोक की लहर दौड़ गयी. स्थानीय लोगों, सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों व बुद्धिजीवियों ने इसे क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति बताया. उनका योगदान सिर्फ सामाजिक सरोकारों तक सीमित नहीं था, बल्कि नवागढ़ पतराटोली दुर्गा पूजा की स्थापना कर उन्होंने सांस्कृतिक व धार्मिक परंपराओं को भी नयी दिशा दी थी. बुधवार को रायडीह पतराटोली स्थित श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार विधि-विधान से किया गया. अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए.
सुड़ी समाज ने जताया शोक
गुमला. सुड़ी समाज गुमला के वरिष्ठ संरक्षक व पूर्व प्रमुख बसंत कुमार लाल के निधन पर समाज ने शोक जताया है. अध्यक्ष दिलीप नाथ साहू ने कहा है कि बसंत लाल के निधन से समाज को अपूर्णीय क्षति हुई है. उन्होंने समाज के लिए महत्वपूर्ण कार्य किये. समाज उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा. दुख की घड़ी में समाज के लोग शोकाकुल परिवार के साथ है. उनके निधन पर सुड़ी समाज गुमला के अध्यक्ष दिलीप नाथ साहू, संरक्षक बद्री कुमार गुलशन, विनय कुमार लाल, राम अवतार साहू, रामेश्वर प्रसाद साहू, सुबोध कुमार लाल, रामेश्वर प्रसाद साहू, लोदाम मोहन साहू, सुबोध कुमार, विजय कुमार लाल, तापस कुमार लाल, महावीर प्रसाद साहू, शिव प्रसाद साहू, सचिव प्रमोद साहू, कोषाध्यक्ष मिथिलेश प्रसाद, पूर्व अध्यक्ष रवींद्र नाथ साहू, जगजीवन प्रसाद, सूरज कुमार साहू, पूर्व सचिव मनोज कुमार साहू, कैलाश प्रसाद, मनोज प्रसाद, संदीप प्रसाद आदि ने शोक जताया है.
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