Jharkhand News, गुमला न्यूज (दुर्जय पासवान) : झारखंड के गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड स्थित कुरूमगढ़ थाना के मरवा गांव में जंगली हाथी ने सुधनी देवी (65 वर्ष) को कुचलकर मार डाला. पटकने के बाद पैर से बुरी तरह कुचलने से बुजुर्ग महिला की मौत हो गयी. मृतका मेहमानी कर अपने घर लौट रही थी. तभी हाथी से सामना हो गया. हाथी ने रोरेद गांव निवासी सुधू उरांव के एक काड़ा को भी मार डाला. ये घटना शुक्रवार की रात की है. पिछले चार दिनों में हाथी ने दो लोगों को अपना शिकार बनाया.
ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की सूचना दी. पुलिस ने शनिवार की सुबह गांव पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया और वन विभाग को सूचित कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, गुमला भेज दिया. मृतक के पुत्र अनुज महतो ने बताया कि मेरी मां सुधनी देवी शुक्रवार की शाम चार बजे गांव में ही भाभी पारवैत देवी के घर मेहमानी करने गयी थी. जहां शराब का सेवन कर शाम साढ़े सात बजे अपने घर लौट रही थी. इसी क्रम में अचानक उसे जंगली हाथी दिखा. वहां से भागने का प्रयास करने लगी, लेकिन जंगली हाथी ने उसे अपने सूंड़ से उठाकर पटक दिया. उसके बाद उसे शरीर पर पैर रखकर कुचल दिया. उसने बताया कि मेरी मां को भी पता नहीं था कि गांव में जंगली हाथी आया हुआ है. उससे पूर्व हाथी गांव के मकुंद महतो के घर को ध्वस्त कर चुका था.
ग्रामीणों के अनुसार हाथी काफी उग्र है. किसी को भी देखकर दौड़ाने लगता है. जंगल में चरने वाले पशुओं तक को हाथी मार रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि अभी भी हाथी हरिनाखाड़ के आसपास के जंगल में डेरा जमाये हुए हैं. लोग डरे हुए हैं और रतजगा कर रहे हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथी को भगाने की मांग की है.
हाथी ने चार दिन में दो लोगों का शिकार किया. दो नवंबर को उसी हाथी ने चैनपुर प्रखंड के मालम नवाटोली गांव में कृषक कृष्णा कुमार साहू (26 वर्ष) को कुचलकर मार डाला था, जबकि एक मजदूर कुएं में छलांग लगाकर व दो किसानों ने भागकर अपनी जान बचायी थी. हाथी के उग्र रूप को देखते हुए वन विभाग को सूचित किया गया था, परंतु वन विभाग ने हाथी को सुरक्षित जंगल में भेजने की पहल नहीं की. इसी का नतीजा है कि मरवा गांव की सुधनी को हाथी ने मार डाला.
Posted By : Guru Swarup Mishra