गुमला. पुलिस अधीक्षक हरिश बिन जमां ने कहा है कि युवा वर्ग नशा से दूर रह कर खेल व शिक्षा से जीवन को सुंदर बनायें. आज नशा के कारण युवा गलत रास्ते पर जा रहे हैं. अपराध का जड़ नशा बन गया है. युवा वर्गों से अपील है कि जीवन में तरक्की करनी है, तो अपने लक्ष्य पर फोकस करें. एसपी बुधवार को गुमला के परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम में आयोजित स्व मनरखन गोप स्मृति फुटबॉल टूर्नामेंट के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा है कि मैं पूरे आयोजन समिति का आभार प्रकट करता हूं कि उन्होंने इतनी बेहतरीन प्रतियोगिता करायी. इस प्रकार के आयोजन से युवाओं में खेल के प्रति रूचि बढ़ेगी. पूर्व विधायक कमलेश उरांव ने कहा है कि गुमला में खेल को बढ़ावा देने के लिए जो पहल की गयी है, वह स्वागत योग्य है. इस प्रकार का आयोजन गुमला में होने से युवाओं को गलत रास्ते पर भटकने का अवसर नहीं मिलता है और खेल में अधिक फोकस करते हैं. नगर परिषद गुमला के पूर्व अध्यक्ष दीपनारायण उरांव ने कहा है कि मैं गुमला की युवा टीम को बधाई देता हूं, जिनके प्रयास व सोच से इतनी बढ़िया प्रतियोगिता हुई. युवा नेता मिशिर कुजूर ने कहा है कि खेल को बढ़ावा देने के लिए यह बेहतरीन प्रयास है. जब भी मेरी जरूरत पड़े, मैं ऐसे आयोजनों के लिए सदा तैयार हूं. युवाओं से अपील है कि वे खेल में अनुशासन व ईमानदारी का जरूर पालन करें. कार्यक्रम में बार एसोसिएशन गुमला के अध्यक्ष श्रवण साहू, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रमेश कुमार चीनी, मुन्ना सिंह, मीना देवी, प्रमिला देवी, चंदन दोमनिक मिंज, मुखिया थापा, पतराज टोप्पो, लेवनार्ड खलखो, ओझा उरांव, दिलीपनाथ साहू, सुनील उरांव, विनय गुप्ता, दीप ज्योति गोप, चंद्रकिशोर केरकेट्टा, हेमलता देवी, आयोजन समिति के संरक्षक दुर्जय पासवान, तेंबू उरांव, शशि प्रिया बंटी, त्रिभुवन नाथ निराला, जितेंद्र प्रताप सिंह, मनीष हिंदुस्तान, शिव दयाल गोप, संतोष गुप्ता, अशोक यादव, रमेश उरांव, मदन साहू, कृष्णा उरांव, अजय सिंह राणा, मनीष सिंह, कुंदन कुमार, रोहित उरांव, अभिषेक सोरेंग, मनोज साहू, आशीष गोप, सुरेश उरांव, मनोज साहू, रोशन मिंज, वीणा केरकेट्टा, अमित पोद्दार, मोहरलाल उरांव, मंगल राम भगत, जोगी उरांव, जय सिंह आदि मौजूद थे. नितेश कच्छप ने झारखंडी गीतों ने बांधा समा : झारखंड के जाने-माने सिंगर नितेश कच्छप गुमला पहुंचे. वे स्टेडियम में आयोजित प्रतियोगिता के उदघाटन व समापन के अवसर पर अपने झारखंडी गीतों से समा बांधा. प्रतियोगिता के समापन के बाद एक घंटे का गीत संगीत कार्यक्रम हुआ, जिसमें हजारों लोग नितेश की गीत पर झूमते नजर आये.
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