बिशुनपुर. उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित की पहल पर बुधवार से प्रोजेक्ट द्वार की शुरुआत की गयी. इसका मुख्य मकसद गांवों तक प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और गांवों के विकास पर काम हो. प्रोजेक्ट द्वार का शुभारंभ घोर नक्सल प्रभावित बिशुनपुर प्रखंड के बलातूपाठ गांव से हुआ. यह दुर्गम गांव है. सड़क व पुल नहीं है. खुद डीसी व अन्य प्रशासनिक अधिकारी सात किमी पैदल चल कर गांव पहुंचे. इसके लिए अधिकारियों को जंगल व पहाड़ी रास्तों को पार करना पड़ा. यहां तक की नदी के बीच से जाना पड़ा. बलातूपाठ गांव पहुंच कर उपायुक्त ने ग्रामीणों से घर-घर जाकर बातचीत की. 400 लोगों की आबादी वाले इस गांव में 150 से अधिक असुर जनजाति के लोग व 250 उरांव जनजाति के नागरिक रहते हैं. उपायुक्त ने नागरिकों से मुलाकात कर गांव की समस्याओं को जाना. उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि गांव तक जाने के लिए सड़क निर्माण का प्रस्ताव स्वीकृत हो चुका है और बिजली से संबंधित समस्या का समाधान शीघ्र किया जायेगा. प्राथमिक विद्यालय की भवन की स्थिति की समीक्षा करने के बाद उपायुक्त ने विद्यालय में मरम्मत कार्य अविलंब सुनिश्चित करने के निर्देश दिये. साथ ही विद्यालय के शिक्षक को भी प्रशिक्षण देने के लिए कहा, ताकि शिक्षक द्वारा बच्चों को बेहतर तरीके से प्रशिक्षित किया जा सके. आंगनबाड़ी केंद्र के नये भवन निर्माण के संबंध में भी उन्होंने ग्रामीणों को जानकारी दी. यहां पर नया भवन बनेगा. उपायुक्त ने कहा है कि मेरा संकल्प है कि प्रोजेक्ट द्वार अभियान के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि विकास केवल कागजों पर नहीं, बल्कि हर गांव और हर नागरिक तक प्रत्यक्ष रूप से पहुंचे. गांवों में विकास दिखनी चाहिए. आगे इस प्रकार के पाट व सुदूरवर्ती क्षेत्रों का भ्रमण नियमित रूप से वहां की समस्याओं के निदान की पहल करेंगे. कार्यक्रम में जिला व प्रखंड स्तर के कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.
बैंक खाता बंद होने से ग्रामीण परेशान
उपायुक्त ने पंचायत में दूसरे एएनएम का ट्रांसफर करते हुए नये एएनएम द्वारा ग्रामीणों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. उन्हें नियमित रूप से गांव में आकर स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित करने के कहा है. ग्रामीणों द्वारा बैंक खातों के बंद होने की शिकायत करने पर उपायुक्त ने शुक्रवार तक सभी खातों को पुनः सक्रिय कराने का निर्देश बीडीओ को दिया.
सरकारी योजनाओं का मिला लाभ
उपायुक्त के निर्देश पर ब्लॉक से लगे प्रशासनिक शिविर में नागरिकों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ ऑन-द-स्पॉट दिया गया. कई सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों को मिलने से खुशी देखी गयी. उपायुक्त ने स्वयं पौधरोपण कर महिलाओं को इसके सेवन से स्वास्थ्य लाभ की जानकारी दी और उन्हें सहजन का साग प्रत्येक दिन खाने में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया.
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